मन्नत पूरी होने पर इस मंदिर में लोग चढ़ाते हैं मिट्टी के घोड़े

छत्तीसगढ़ के बालोद में एक ऐसा देव स्थान है, जहां की मनौती कभी खाली नहीं जाती.

इस देवस्थान पर मनौती पूरी होने पर मिट्टी के घोड़े चढ़ाने की परंपरा है.

आम लोग से लेकर कई बड़े नेता भी  इस मंदिर में आकर माथा टेकते हैं.

मंदिर बालोद जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर स्थित घीना डेम के पास पांड़े डेंगरापार के हरदेलाल मंदिर की

इस गांव में बाबा हरदेलाल की मूर्ति की पूजा अंग्रेजों के समय से होती आ रही है

अंग्रेज अफसर यहां मन्नत लेकर आते थे और उनकी मन्नतें पूरी भी होती थीं.

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