रिपोर्ट-संतोष तिवारी, जगदलपुर। आज विश्व आदिवासी सम्मेलन है और इस मौके पर प्रदेश भर में आदिवासी समाज को साधने सत्ता और विपक्ष की ओर से कई बड़े आयोजन हो रहे हैं। एक तरफ राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आदिवासियों के विकास की गाथा कह रहे हैं, तो दूसरी नेता-प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव बस्तर में आदिवासियों प हो रहे अत्याचार को लेकर हल्ला-बोल रहे हैं। बस्तर के चारामा और लोहण्डीगुड़ा में आदिवासी समाज की ओर से एक सम्मेलन का आयोजन किया गया है। चारामा में टीएस सिंहदेव कांग्रेस के आदिवासी विधायकों के साथ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।


यह आयोजन सर्व आदिवासी समाज की ओर से किया गया है। समाज के अध्यक्ष प्रकाश ठाकुर ने बताया कि आदिवासी सम्मेलन का मुख्य मुद्दा पांचवी अनुसूची,  मानव अधिकार एवं आदिवासियों का विस्थापन, आदिवासियों की जमीन पर कब्जा, नक्सलवाद, आदिवासियों पर अत्याचार, शोषण, औद्योगिकीकरण, पुलिस प्रताड़ना सहित कई मुद्दों को लेकरआदिवासी हुंकार भरेंगे। समारोह  5000 से ज्यादा आदिवासी शामिल हो रहे हैं। मंच पर आदिवासी परंपरा के अनुसार मांझी चाल की समाज प्रमुख पटेल ग्राम पुजारी आदि लोग उपस्थित रहेंगे । विभिन्न राजनीतिक दलों के आदिवासी नेता नीचे बैठकर उनकी समस्या एवं राय सुनेंगे। जगदलपुर से लोहण्डीगुड़ा तक आदिवासियों ने रैली निकाली। रैली दंतेश्वरी मंदिर से शहीद गुंडाधुर स्मारक स्मारक होते हुए लोहंडीगुड़ा पहुँची।