कवर्धा. कलेक्टर गोपाल वर्मा ने आज 17 अक्टूबर को खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 के अंतर्गत कस्टम मिलिंग के लिए धान उठाव और चावल जमा करने की प्रक्रिया की समीक्षा की. उन्होंने बताया कि जिले में धान का उठाव हो चुका है, लेकिन चावल जमा करने में देरी के कारण उन्होंने सख्त निर्देश दिए हैं.
कलेक्टर ने खाद्य विभाग के अधिकारियों की बैठक में चावल जमा करने की प्रगति की जानकारी ली. उन्होंने नान और एफसीआई में लक्ष्य के अनुसार कम चावल जमा करने पर अपनी नाराजगी व्यक्त की. कलेक्टर ने 31 राईस मिलर्स को कारण बताओ नोटिस जारी करने और बैंक गारंटी राजसात करने के निर्देश दिए. साथ ही, राइस मिल को ब्लैक लिस्टेड करने की चेतावनी भी दी.
जल्द जमा करने के निर्देश
कलेक्टर ने सभी राईस मिलर्स को 1 सप्ताह के भीतर शेष चावल जमा करने का निर्देश दिया. बैठक में बताया गया कि 31 राईस मिलर्स द्वारा 52,148 मी. टन चावल जमा करने का लक्ष्य है, जबकि अब तक 36,097 मी. टन चावल ही जमा किया गया है.
सख्त कदम उठाने का आश्वासन
कलेक्टर ने कहा कि चावल जमा करने की प्रक्रिया में तेजी लाने की आवश्यकता है, अन्यथा नियामानुसार सख्ती बरती जाएगी. उन्होंने अधिकारियों को नियमित रूप से मॉनिटरिंग करने और प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए.
जिला खाद्य अधिकारी सचिन मरकाम ने बताया कि राईस मिलर्स द्वारा 3,32,114 मी. टन धान का उठाव किया गया है, जिसमें 2,24,830 मी. टन चावल जमा करना था. अब तक केवल 1,57,987 मी. टन चावल ही जमा हुआ है.
कलेक्टर ने बताया कि अगर समय सीमा में चावल जमा नहीं होता है, तो सार्वजनिक वितरण प्रणाली पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे आम जनता को असुविधा हो सकती है.
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