रायपुर- गंभीर बीमारी की समस्या से जूझ रहे ढाई साल के बालक को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संजीवनी कोष से इलाज के लिए मदद का आश्वासन दिया. यह मदद गरीब परिवार के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. मेहनत मजदूरी कर परिवार चलाने वाले हार चुके थे. क्योंकि उनके पास अपने जिगर के टुकड़े का इलाज कराने लिए पैसे नहीं थे. वे चाह कर भी इलाज नहीं करा पा रहे थे. लोगों की सलाह के बाद आज परिवार सीएम भूपेश बघेल को अपनी पीड़ा बताई. उनकी बात सुनकर मुख्यमंत्री ने तुरंत संवेदनशीलता दिखाते हुए इलाज की स्वीकृति प्रदान की.
शुक्रवार को सुबह जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम धुरकोट विकासखंड डबरा से अजय कुमार टंडन अपने पत्नी और बच्चे के साथ राज्य अतिथि गृह पहुना पहुंचे. यहां अजय कुमार ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर बताया कि उनके 2 वर्ष 4 माह का बेटा रिमोन टंडन ग्रोथ हॉरमोन डिफिशिएंसी की समस्या से जूझ रहा है. डॉक्टरों ने बताया है कि रिमोन का इलाज 15 वर्ष तक की आयु तक होगा. उसके इलाज पर हर माह लगभग बीस हजार रुपए खर्च होंगे. उन्होंने अपनी कमजोर आर्थिक स्थिति के बारे में बताते हुए मदद का आग्रह किया. भूपेश बघेल ने अजय टंडन की समस्या को सहानुभूतिपूर्वक सुना और बच्चे के इलाज के लिए संजीवनी कोष से मदद का आश्वासन दिया. मुख्यमंत्री ने उनके आवेदन को स्वीकृति प्रदान की. बघेल ने आज आम जनता से मुलाकात के दौरान गंभीर बीमारियों से पीड़ित 14 जरूरतमंद मरीजों को संजीवनी कोष से इलाज के लिए स्वीकृृति प्रदान की.