Karva Chauth 2024: करवा चौथ का पर्व शादीशुदा महिलाओं के लिए सबसे बड़ा पर्व होता है. पत्नियां, पति की लंबी उम्र और रिश्ते में हमेशा मिठास बनी रहे, तीज माता से इससे जुड़ा आशीर्वाद मांगती हैं. यह व्रत निर्जला होता है. यानी बिना कुछ खाए-पिए रहना होता है. हालांकि मेडिकल साइंस की दृष्टि से इतनी देर भूखे-प्यासे रहना सेहत के लिए अच्छा नहीं है. मगर, यह आस्था है. इसके आगे, सब कुछ गौण है. आज इस आर्टिकल में सुहागिन महिलाओं के लिए विशेष टिप्स. ताकि आपका व्रत सेहतमंद तरीके से पूरा  हो.

सही मात्रा में पानी पिएं

व्रत रखने वाली महिलाएं सोचती हैं कि उपवास के पहले ज्यादा से ज्यादा पानी पी लें, ताकि उपवास के दिन प्यास कम लगे. मगर, यह सही नहीं है. क्योंकि आप जितना पानी पिएंगे, उतनी ज्यादा यूरिन आएगी. डिहाइड्रेशन हो जाएगा. इसलिए, आप व्रत से एक दिन पहले हल्का खाना खाएं. पानी वाले फ्रूट्स खाएं. प्यास से बचना है तो एक दिन पहले जलेबी खा लें, इससे कम प्यास लगती है.

सरगी में हेल्दी चीजें खाएं

सरगी की थाली में मिठाई, मठरी और तली-भुनी चीजें ही होती हैं. इन्हें खाने से पेट में गड़बड़ी कर सकती है. ज्यादा प्यास लग सकती है. सरगी में पराठे,चाय और चिप्स लें. मेवे, फल, दूध पिएं.

व्रत तोड़ने के बाद क्या खाएं?

व्रत खोलने के बाद शहरी क्षेत्रों में महिलाएं बाहर खाना खाने चली जाती हैं या फिर बाहर से खाना घर बुलवाती हैं. यह गलत है. निर्जला व्रत से पेट खाली रहता है. मगर, मसालेदार खाना पाचन को बिगड़ सकता है.बाहर के खाने से अच्छा है कि घर पर ही कुछ स्वादिष्ट और सेहतमंद खाना पकाए.

बीमार है तो क्या करें

अगर, आप बीमार हैं और व्रत भी रखना है तो दवा लें. इसे नजरअंदाज न करें. जरुरत पड़े तो डॉक्टर से परामर्श लें.

हर तौहफे का करें सम्मान

पति-पत्नी का रिश्ता सबसे खास होता है. इस त्यौहार में पत्नियां पतियों से तोहफे की अपेक्षा रखती हैं. ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि यह नया रिवाज है या फिर वे दूसरे शादीशुदा जोड़ों से प्रभावित होती हैं. मगर, पति के हर तौहफे का सम्मान करना चाहिए. किसी दूसरे के तौहफे से तुलना नहीं करनी चाहिए.