विक्रम मिश्र, लखनऊ. दीपावली 2024 (Diwali 2024) से पहले 24 अक्टूबर को ‘गुरु पुष्य नक्षत्र’ (Guru Pushya Nakshatra) का महासंयोग बन रहा है. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और गुरु के त्रिकोण योग से स्थायी समृद्धि मिलने की उम्मीद है. कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर इस दिन खरीदारी को बेहद शुभ माना जाता है. यह दिन महालक्ष्मी का आशीर्वाद पाने का भी है. ज्योतिष गणना के अनुसार, पुष्य नक्षत्र का स्वामी शनि है और उपस्वामी बृहस्पति है, जो शुभता और स्थिरता के कारक माने जाते हैं.

पुष्य नक्षत्र का दिन हर प्रकार के कामों के लिए फलदायी माना गया है. इस दिन सोने, चांदी के आभूषण, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक सामान, और स्थायी संपत्तियों में निवेश किया जा सकता है. विशेषकर भूमि और भवन की खरीदारी को स्थायी समृद्धि का संकेत माना जाता है. इस समय शनि कुंभ राशि और बृहस्पति वृषभ राशि में हैं. 24 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र का प्रभाव दिनभर रहेगा. शनि के केंद्र योग और गुरु के त्रिकोण योग के चलते यह दिन खरीदारी के लिए बेहद शुभ है.

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ऋषिकेश पंचांग के अनुसार, गुरु पुष्य नक्षत्र 24 अक्टूबर की सुबह 11:38 बजे से शुरू होकर 25 अक्टूबर दोपहर 12:29 बजे तक रहेगा. यह नक्षत्र 27 नक्षत्रों में 8वें स्थान पर आता है और इसे शुद्ध और पवित्र माना जाता है. गुरु पुष्य योग में मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है. इस दिन मां लक्ष्मी को खीर और भगवान विष्णु को तुलसी दल का भोग चढ़ाना चाहिए. लक्ष्मी-नारायण की कृपा से धन और संपत्ति में बढ़ोतरी होती है.

दुकान या शोरूम के उद्घाटन के लिए उपयुक्त

गुरुवार या रविवार को आने वाला पुष्य नक्षत्र सबसे श्रेष्ठ माना जाता है. यह दिन किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत, जैसे रियल एस्टेट में निवेश, दुकान या शोरूम के उद्घाटन के लिए उपयुक्त है. इस तरह का योग पहले भी कई बार बना है, जैसे 1960, 1980, 1994, 2007 और 2021 में. इस बार दिवाली से पहले ‘गुरु पुष्य नक्षत्र’ (Guru Pushya Nakshatra) का महासंयोग फिर से आ रहा है, जो हर किसी के लिए शुभ संकेत है.