पारिवारिक विवाद में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और सास की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी. हालांकि हत्याएं 27 सितंबर को की गई थीं, लेकिन अब आरोपी द्वारा अपना अपराध कबूल करने के बाद यह मामला सामने आया. पुलिस की जांच में पता चला है कि लाश के टुकड़ो को बैग में भरकर उसे नाले में फेंक दिया गया था और वहीं से हत्या का सुराग मिला.
रिपोर्ट के अनुसार ओडिशा के भद्रक जिले के बासुदेवपुर ब्लॉक के अंतर्गत बालिमुंडा पंचायत क्षेत्र में एक व्यक्ति ने यमुना सामल और उनकी बेटी कौशल्या गायेन सुभद्रा योजना के लाभ के लिए आवेदन करने के लिए बधाबेलीसाही के पंचाधेरिया गांव गई थीं. जब दोनों देर रात तक घर नहीं लौटीं, तो परिवार ने उनकी तलाश की, लेकिन उनका कोई पता नहीं चल सका. बाद में 3 अक्टूबर को कौशल्या के पति गुरुपद गायेन ने नाइकानिधि पुलिस स्टेशन में ‘गुमशुदगी’ की शिकायत दर्ज कराई.
16 अक्टूबर को बढ़बेलीसाही में नाले की सफाई के दौरान एक बैग में मानव कंकाल मिला. स्थानीय नगर निगम के अधिकारी जेसीबी मशीन से नाले की सफाई कर रहे थे, तभी उन्होंने नाले से एक बैग निकाला. बैग खोलने पर उसमें मानव कंकाल और कटी हुई खोपड़ी मिली. स्थानीय लोगों ने पुलिस को इस भयावह घटना की जानकारी दी. बाद में पुलिस ने लापता यमुना सामल के दो दामादों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की. पूछताछ के दौरान गुरुपद ने अपना अपराध कबूल कर लिया. इसके बाद पुलिस ने दामाद को गिरफ्तार कर लिया और क्राइम सीन को फिर से बनाया. कौशल्या का शव और बाद में यमुना के अवशेष दूसरी जगह से बरामद किए गए. गुरुपद गायन ने यमुना की सबसे बड़ी बेटी कौशल्या गायन से विवाह किया था, लेकिन उनका वैवाहिक जीवन सुखी नहीं रहा.
दंपति के बीच कई मुद्दों पर मतभेद थे और उन्हें वित्तीय समस्याओं का भी सामना करना पड़ा. गुरुपद अपनी पत्नी से अलग रह रहा था और उसने तलाक का केस भी दायर किया था. पुलिस के अनुसार, 27 सितंबर को जब यमुना और कौशल्या सुभद्रा योजना के लिए आवेदन करने के बाद घर लौट रही थीं, तो गुरुपद ने उन्हें रास्ते में रोक लिया. किसी बात पर बहस के बाद गुरुपद ने कौशल्या को पीटा और उसकी हत्या कर दी. उसने अपनी सास को भी मार डाला, जब उसने अपनी बेटी को हमले से बचाने की कोशिश की. बाद में गुरुपद ने उनके शवों को अलग-अलग बैग में भरकर अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया.