नुआपड़ा : अंधविश्वास और गहरी जड़ें जमाए विश्वासों के खतरनाक प्रभाव को उजागर करने वाली एक घटना में ओडिशा के नुआपाड़ा जिले में एक बुजुर्ग व्यक्ति को ग्रामीणों ने जादू-टोना के संदेह में आग के हवाले करने का प्रयास किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।

पीड़ित की पहचान सिनापाली ब्लॉक के नुआमालापाड़ा पंचायत के पोर्टीपड़ा गांव के खामसिंह माझी (64) के रूप में हुई है, जो लगभग जिंदा जल गया था, लेकिन खुद को बचाने में कामयाब रहा। उसे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया और बाद में उसकी हालत बिगड़ने पर जिला मुख्यालय अस्पताल रेफर कर दिया गया।

रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में इलाके में कुछ लोगों की मौत अज्ञात कारणों से हुई है। पिछले कुछ दिनों में हुई रहस्यमय मौतों ने लोगों के बीच जादू-टोने के संदेह को और बढ़ा दिया है। उनमें से कुछ लोगों को संदेह है कि माझी ने काला जादू किया है, जिसके कारण ये मौतें हुई हैं।

गुरुवार को ग्रामीणों ने कंगारू अदालत बुलाई और माझी पर जादू-टोना करके लोगों की जान लेने का आरोप लगाया। उन्होंने उसे गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी। जब माझी ने आरोपों का खंडन किया तो गांव वालों ने उसे धान के पुआल के बंडलों से बांधकर आग लगा दी। दर्द से चीखते हुए माझी ने अपनी जान बचाने के लिए आग बुझाने के लिए तालाब में छलांग लगा दी।

बाद में वह घर गया और अपने परिवार को सारी बात बताई, जिसके बाद परिवार ने पुलिस को सूचना दी। माझी को पहले सीएचसी और फिर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। अंतिम रिपोर्ट आने तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।