विक्रम मिश्र, लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने बाढ़ से निपटने के लिए सिंचाई विभाग को पुख्ता नीति बनाने के निर्देश दिए है। दरअसल, हर साल बाढ़ में पूरब से लेकर पश्चिम और उत्तर से लेकर दक्षिण तक भारी तबाही मचती है। जिससे जनहानि और फसलों का नुकसान भी होता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिंचाई विभाग की बैठक में अगले साल बाढ़ से निपटने के लिए विभाग से ब्लूप्रिंट मांगा है। साथ ही उन्होंने इससे संबंधित सभी कार्यों को गुणवत्ता के साथ समय पर खत्म करने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि देरी से न केवल लागत बढ़ती है, बल्कि जनता को भी लाभ मिलने में देर होती है। इसलिए कार्यों की समयबद्धता प्राथमिकता होनी चाहिए। सीएम ने कहा कि विकास कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
वहीं उन्होंने जलप्लावित इलाकों में तैनात अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बचावकर्मियों और जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर इसका मसौदा तैयार करें। खतरे वाले क्षेत्रों की पहचान कर वहां के तटबंधों की मरम्मत और जल निकासी की व्यवस्था करवाएं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिंचाई विभाग को बचाव कार्य मे लगे हुए कर्मचारियों को प्रशिक्षण करवाने पर विशेष ध्यान देने के लिए भी निर्देशित किया है।
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