विक्रम मिश्र, लखनऊ. उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा है कि बनारस में पुराने प्रतिष्ठित स्टेडियम के आधुनिक निर्माण के प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन के साथ, स्टेडियम से जुड़ा बाबू सम्पूर्णानंद जी का नाम हटा देना आपत्तिजनक और शर्मनाक है. कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार के इस अमर्यादित कृत्य का पुरजोर विरोध करती है.

अजय राय ने कहा कि सम्पूर्णानन्द जैसे लोकप्रिय मनीषी राजनेता का नाम किसी प्रतिष्ठान से हटा दिया जाना महज उनका और काशीवासियों की भावनाओं का ही नहीं बल्कि समस्त प्रदेशवासियों की भावनाओं का अपमान है. यह वही भाजपा सरकार है जो लौह पुरुष सरदार पटेल गुजरात स्टेडियम, मोटेरा, अहमदाबाद तक का भी नाम बदलकर ‘‘नरेन्द्र मोदी स्टेडियम’’ करने की धृष्टता और बेहयाई करती है. यह लोग लगातार महापुरूषों का अनादर करते हैं और अपने पूर्वाग्रह में लगातार उनके नामों पर बनाये गये संस्थानों का नाम बदलकर उनकी विरासत खत्म कराना चाहते हैं.

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पीएम के हाथों अमर्यादित और आपत्तिजनक कार्य- अजय राय

अजय राय ने अपने वक्तव्य में कहा है कि यह विडंबना है कि जिन सम्पूर्णानंद जी ने बनारस का वैदिक नामकरण ‘‘वाराणसी’’ किया था आज उसी की आड़ लेकर सम्पूर्णानंद जी का ही नाम हटा दिया गया. दुर्भाग्य यह है कि इतना बड़ा आपत्तिजनक एवं अमर्यादित कार्य प्रधानमंत्री की ओर से अपने हाथों से किया जा रहा है. कांग्रेस पार्टी इस बात की मांग करती है कि त्वरित इस अनैतिक कार्य को रोका जाए और उस स्टेडियम का नाम सम्पूर्णानंद स्पोर्ट स्टेडियम के नाम से पुनः बहाल किया जाए.