Dana Cyclone Update Today:  चक्रवाती तूफान Dana के चलते एक बार फिर मौसम बिगड़ने वाला है. ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में तेज आंधी-तूफान के साथ बारिश होगी. ये तूफान ओडिशा और बंगाल में बड़ी तबाही मचा सकता है. यही कारण है कि एनडीआरएफ और मौसम विभाग ने पर्यटकों से पुरी छोड़ने की अपील की है.

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा कि एक चक्रवाती तूफान, जिसे दाना नाम दिया गया है. ये चक्रवाती तूफान ओडिशा तट से टकराएगा. 24 अक्टूबर तक इसके तट पर पहुंचने की उम्मीद है. पुरी, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर और कटक में 100 से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है. ( Dana Cyclone Update Today)

सात जिलों के लिए नारंगी चेतावनी

24 अक्टूबर को 08.30 बजे 25 अक्टूबर को सुबह 08.30 बजे तक जिन जिलों के लिए नारंगी चेतावनी की गई है, उसमें पुरी, गंजाम, खुर्दा, नयागढ़, केंदुझर, अनुगुल, ढेंकानाल जिले शामिल हैं. यहां भारी से लेकर बहुत भारी बारिश (7 से 20 सेमी) होने की संभावना है.

25 से 26 तक चार जिलों के लिए रेड अलर्ट (Dana Cyclone Update Today)

25 अक्टूबर को 08.30 बजे से 26 अक्टूबर को सुबह 08.30 बजे तक जिन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी की गयी है, उनमें केंदुझर, भद्रक, बालेश्वर, मयूरभंज जिले शामिल हैं. इन जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा (7 से 20 सेमी) और कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा (20 सेमी से अधिक होने की संभावना है. जिन जिलों के लिए नारंगी चेतावनी की गई है, उसमें जगतसिंहपुर, केंद्रापड़ा, कटक, जाजपुर, डेंकानाल, अनुगूल, देवगढ़, सुंदरगढ़ जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी | से बहुत भारी वर्षा (7 से 20 सेमी) होने की संभावना है.

चक्रवाती तूफान डाना के कारण 24 अक्टूबर और 25 अक्टूबर को ओडिशा के कुछ हिस्सों में भारी से लेकर बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. इसे देखते हुए 24 अक्टूबर को 08.30 बजे 25 अक्टूबर को सुबह 08.30 बजे तक मयूरभंज, बालेश्वर, भद्रक, केंद्रापड़ा, जगतसिंहपुर, जाजपुर, कटक जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से लेकर बहुत भारी बारिश (7 से 20 सेमी) और कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश (20 सेमी से अधिक) होने की संभावना है. इन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है.

मछुआरों को समुद्र से दूर रहने को कहा गया

ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (SRC) डीके सिंह ने आपदा के दौरान जान-माल की हानि न हो. यह सुनिश्चित करने के लिए ‘शून्य हताहत’ प्राप्त करने के राज्य के लक्ष्य को रेखांकित किया है. ओडिशा और पश्चिम बंगाल ने कहा कि नियंत्रण कक्ष भी सक्रिय कर दिए गए हैं. स्थिति पर नजर रख रहे हैं. ओडिशा सरकार ने एक अलर्ट जारी कर मछुआरों को समुद्र में न जाने को कहा है. साथ ही जो मछुआरे समुद्र में हैं उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है.