कश्मीर घाटी के गांदरबल में रविवार को आतंकी हमला हुआ। इस हमले में 7 लोग मारे गए थे। इनमें एक स्थानीय डॉक्टर और 6 दूसरे राज्यों के लोग थे। इन 6 लोगों में से एक पंजाब का रहने वाला गुरमीत सिंह था। गुरमीत की उम्र 45 साल थी। वह कश्मीर में मजदूर के रूप में काम कर रहा था। जब आतंकवादियों ने हमला किया, तो वह अपनी पत्नी से फोन पर बात कर रहा था। इसी दौरान उसे गोली लग गई। उसने अपनी पत्नी को फोन पर ही इस बारे में बताया। गुरमीत के पिता ने यह दिल दहलाने वाली कहानी सुनाई है।


रविवार शाम को आतंकियों ने गांदरबल के गुंड में एक निर्माणाधीन सुरंग पर हमला किया। इसमें एक डॉक्टर और छह गैर-स्थानीय मजदूर मारे गए थे। 5 लोग घायल हो गए और उनका इलाज चल रहा है। पंजाब के गुरदासपुर जिले के सखोवाल गांव का रहने वाला गुरमीत सिंह भी इस हमले में अपनी जान गंवा बैठा।

गुरमीत ने बताया अपनी पत्नी को


गुरमीत के पिता धर्म सिंह ने बताया कि जब गांदरबल में आतंकवादियों ने हमला किया, तो गुरमीत अपनी पत्नी से फोन पर बात कर रहा था। गोलीबारी के दौरान उसे गोली लग गई। उसने अपनी पत्नी को बताया कि उसे गोली मारी गई है। धर्म सिंह ने बताया कि हमले के बाद परिवार को सूचना मिली कि उसकी मौत हो गई है।

5 साल से कश्मीर में रह रहा था गुरमीत


गुरमीत के पिता ने बताया कि वह पिछले 5 सालों से कश्मीर में रह रहा था। वह कई सालों से एक कंपनी से जुड़ा हुआ था। गुरमीत के रिश्तेदार ने बताया कि उसकी कमाई से ही परिवार का खर्च चलता था। परिवार में पत्नी, दो बेटियां, बेटा और माता-पिता हैं। उसने सरकार से मदद की अपील की है। उसकी मौत से परिवार के सदस्य दुखी हैं। परिवार और रिश्तेदार परेशान हैं।