किसानों ने शुक्रवार को फिर से अंबाला-चंडीगढ़ हाईवे जाम कर दिया. धान की खरीद व लिफ्टिंग ने होने के विरोध में मोहाली के लालड़ू के पास किसानों ने चंडीगढ़-अंबाला हाईवे जाम कर दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल के कार्यकारी सदस्य मनप्रीत सिंह अमलाला की अध्यक्षता में किसान हाईवे पर धरना लगाकर बैठ गए हैं। इस वजह से ट्रैफिक जाम हो गया है। वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं और वाहन चालक व यात्री खासे परेशान हो रहे हैं। किसानों ने स्थानीय आईटीआई चौक पर जाम लगाया है। किसानों के धरने की वजह से प्रशासन सहित पुलिस के हाथ-पांव फूल गए हैं। पुलिस ने जाम की स्थिति से बचने के लिए हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर स्थित झरमड़ी और जड़ोत से हंडेसरा की तरफ ट्रैफिक रूट को डायवर्ट किया है।
भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल के कार्यकारी सदस्य मनप्रीत सिंह अमलाला ने बताया कि पिछले दिनों चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मान ने आश्वासन दिया था कि मंडियों में धान की खरीद और उठान को लेकर कोई समस्या नहीं होने दी जाएगी। बावजूद स्थिति आज भी वही है। इस कारण किसान मंडियों में परेशान हो रहे हैं। इसको लेकर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा और किसानों ने सुबह 11 बजे स्थानीय आईटीआई चौक लालड़ू पर एकत्र होकर जाम लगा दिया। हालांकि आपातकालीन व आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों को रास्ता दिया जा रहा है।
किसानों ने कहा कि वे अपनी फसल एमएसपी से कम रेट पर बेचने को मजबूर हो रहे हैं। इस दौरान किसानों ने पंजाब सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जाम दौरान हाइवे से निकलने वाली दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी करें लग गई।

किसानों की मांग है कि सरकार मंडियों से तुरंत धान की खरीद और उठान प्रक्रिया शुरू करें। डीएपी खाद की कालाबाजारी पर तुरंत रोक लगाएं। बासमती की फसल पर एमएसपी देकर किसानों को राहत दी जाए। किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर फिर भी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो 29 अक्टूबर को सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक डीसी ऑफिस मोहाली का घेराव किया जाएगा। मौके पर एसएचओ आकाश शर्मा सहित पुलिस टीम मौजूद है।
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