प्रतीक चौहान. रायपुर. पटवारियों की संपत्ति का ब्योरा शासन के पास न होने की खबर लल्लूराम डॉट कॉम ने प्रकाशित की थी. अब इस खबर का असर हुआ है और अब पटवारियों को अपनी 5 साल की चल-अचल संपत्ति का ब्यूरा जमा करने का आदेश जारी किया गया है.
वैसे तो पटवारियों को हर साल अपनी संपत्ति की जानकारी शासन को देनी होती है. लेकिन इस नियम का कड़ाई से पालन नहीं होता है. संभवतः यही कारण भी है कि एक ही जगह पर लंबे समय से जमे पटवारी अधिकारियों से साठ-गाठ कर अपनी संपत्ति का ब्यूरा छिपा लेते है.
लल्लूराम डॉट कॉम के पास पुख्ता जानकारी है कि आरंग तहसीलदार श्रीमती सीता शुक्ला ने अपने अधिन आने वाले तमाम पटवारियों से पिछले 5 वर्षों की संपत्ति तहसील कार्यालय में जमा करने के निर्देश दिए है.
उन्होंने इसके लिए एक फारमेट भी पटवारियों को दिया है, जिसके हिसाब से उन्हें चल-अचल संपत्ति की जानकारी देनी होगी.
बाकी तहसीलदार कब मांगेंगे जानकारी
अब सवाल ये है कि आरंग तहसीलदार ने तो शासन के नियमों के मुताबिक पटवारियों से संपत्ति की जानकारी मांग ली है, वहीं प्रदेश के अन्य तहसीलदार कब पटवारियों से उनकी संपत्ति का ब्यूरा लेकर शासकीय रिकार्ड दुरूस्त करेंगे ? हालांकि 5 साल की संपत्ति जो तहसीलदार ने मांगी है इससे ये स्पष्ट है कि वहां पदस्थ इससे पहले के तमाम तहसीलदारों ने संपत्ति की जानकारी का रिकार्ड दुरूस्त नहीं किया है, यही कारण है कि उन्हें 5 वर्षों का रिकार्ड मांगना पड़ा.
ट्रांसफर का क्या हुआ ?
वहीं रायपुर तहसील में लंबे से जमा पटवारियों के तबादले की सुगबुगाहट कुछ दिनों पहले लल्लूराम डॉट कॉम की खबर के बाद थी. लेकिन अब तक पटवारियों की तबादला सूची जारी नहीं की गई है. अब ये जिला प्रशासन के लिए जांच का विषय है कि शासन के नियमों के मुताबिक ऐसे कितने पटवारी है जिनका तबादला नहीं हुआ और उनके तबादले रोकने में कौन महरबान है.