रायपुर- विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर राजधानी रायपुर के इंडोर स्टेडियम में राज्य सरकार की ओर से भव्य आदिवासी सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने समाज के प्रतिभावान छात्रों का सम्मानित किया। सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री ने रानी दुर्गावती, शहीद वीरनारायण सिंह, शहीद गेंद सिंह, बिरसा मुंडा, गुण्डाधुर पर पोस्टर जारी किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने इंजीनियरिंग और मेडिकल में चयनित हुए आदिवासी छात्रों को आईपैड वितरित किया। सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री ने विशेष अनुसूचित जनजातीय समाज के लोगों को सीएम ने वन अधिकार पत्र, रेडियो, कंबल और रेडियो का वितरण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने आदिवासी समाज को शुभकामना देते हुए वीर आदिवासी शहीदों का नमन भी किया।
शहीद गुण्डाधूर जगदलपुर में बनेगा स्मारक और संग्रहालय
सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने ऐलान किया कि जगदलपुर में शहीद गुण्डाधुर के नाम पर स्मारक और संग्रहालय बनाया जाएगा. विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि-
आदिवासी दिवस के अवसर पर मैं शुभकामनाएं देता हूँ. समाज के सभी प्रमुख, विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले, समाज के छात्र- छात्राओं को भी बधाई देता हूँ. समाज से निकलकर विशेष पहचान कायम करने वाले छात्रों को खासतौर पर बधाई देता हूँ. आज 9 तारीख है आने वाले 5 दिनो के बाद हम स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहे है. उन शहीदों को भी याद करते हैं जिन्हें कुर्बानी और बलिदान देने का मौका मिला. शहीद गेंद सिंह, गुण्डाधुर, वीर नारायण सिंह को नमन करता हूँ. . 2003 के बाद शिक्षा, मेडिकल के साथ साथ अधोसंरचना कर लिए काम किया. अटल जी ने राज्य का निर्माण किया. 2003 में छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनने के वक्त 16 जिले होते थे, आज 27 जिले बनाये गए है. बस्तर और सरगुजा में छह नये जिले का निर्माण किया. दंतेवाड़ा का एजुकेशन हब आदर्श है, बेटियां आगे बढ़े और पढ़े इस दिशा में काम किया. तीन साल पहले मोदी पीएम बने तो छत्तीसगढ़ ने विकास की दिशा में तेजी से छलांग लगाई. हमारा लक्ष्य है कि आने वाले एक साल में छत्तीसगढ़ का ऐसा कोई पारा टोला मंजरा नहीं होगा कहाँ बिजली नही पहुँचेगी. हमने खाद्य सुरक्षा योजना देश की सबसे बड़ी योजना शुरू की. कौशल उन्नयन का काम किया. 45 लाख परिवारों को स्वास्थ्य सुरक्षा योजना दी. 30 हजार रुपये तक स्वास्थ्य बीमा का लाभ दिया. आज बच्चों को सम्मानित कर रहा था, तो इससे ज्यादा खुशी की बात क्या हो सकती है कि प्रयास के माध्यम से 9 बच्चे आईआईटी, मेडिकल में चयनित हो कर जाते है, इसे हम अगले साल 90 तक ले जाएंगे. आने वाले साल में प्रयास संस्थान में 3 हजार छात्रों को प्रवेश देने की तैयारी कर रहे हैं. बच्चों का उत्साह देखा था, जब पहली बार प्रयास की स्थापना हो रही थी. आदिवासी इलाकों के बच्चों ने दिखा दिया कि हम बाकी बच्चों से कम नहीं है. उत्थान क्या होता है, तरक्की क्या होती है, इसका मतलब है कि नई पीढ़ी ने अपनी जवाबदारी समझी है. वह दिन दूर नहीं कि छत्तीसगढ़ के यही बच्चे छत्तीसगढ़ में कलेक्टर-एसपी बनकर आएंगे. यहां के प्रशासन रीढ़ बनेंगे, जैसी पीढ़ी तैयार हो रही है, उससे उम्मीद बढ़ गई है. सैकड़ों बच्चे आईआईटी, मेडिकल, एनआईटी में चयनित होकर जा रहे हैं. मुख्यमंत्री होने के नाते सबसे बड़ी उपलब्धि पीढ़ियों के निर्माण का जो प्रयास चल रहा है वह है. बलरामपुर, दंतेवाड़ा , कोरबा कहीं भी चले जाएं दस साल बाद जब मुझे देश के दूसरे हिस्सों में जब प्रशासनिक अधिकारी मिले और कहें कि मैं दंतेवाड़ा का हूं तो मुझे बेहद खुशी होगी. आने वाले दिनों में बड़ी योजना ला रहे हैं. 45 लाख लोगों को हम स्मार्टफोन देने जा रहे है. दुनिया की सारी जानकारी उसमें होगी. 14 अगस्त क्रांति का दिन है और इस दिन 5000 दिन पूरे होने जा रहे है. ये सब आप लोगों के आशीर्वाद और समर्थन से संभव हुआ है.
राम वनवासी थे, हम उन्हें छोड़ नहीं सकते- केदार कश्यप
सम्मेलन के दौरान अनुसूचित जाति जन जाति विकास विभाग के मंत्री केदार कश्यप ने नाम ना लेते हुए अजीत जोगी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बाहरी लोग आदिवासी बनकर फायदा उठाते हैं. केदार कश्यप ने कहा कि-
चाहे आप निर्माण के क्षेत्र की बात करें या फिर शिक्षा या मेडिकल, हर क्षेत्र में बड़े काम हुए है. अब छत्तीसगढ़ में मरीजों को कांवर में लेकर नहीं जाना पड़ता. सरस्वती सायकल योजना प्रारंभ हुई थी, तो 50 फीसदी उपस्थिति थी, आज ये बढ़कर 97 फीसदी हो गई है. बेटियां उच्च शिक्षा की ओर आगे बढ़ गई है. बाहरी लोग आकर आदिवासी बनकर फायदा उठाते है. जहां के ये लोग है पहले वह अपने संविधान की चिंता करे हम अपने संविधान की चिंता कर लेंगे. कोई भी आकर यदि बरगलाने की कोशिश करता है, तो सतर्क रहें. हमारी संस्कृति हमारी पहचान है. इसकी रक्षा करने का दायित्व हमारा है. रमन सरकार ने नक्सलवाद को तो खत्म किया है, लेकिन कुछ लोग अलगाववाद की ओर समाज को ले जा रहे है. इस दिशा में भी हमें चिंता करने की जरूरत है. राम को हम छोड़ नहीं सकते हम राम को मानने वाले लोग हैं, राम राजा के घर पैदा हुए थे, लेकिन वे वनवासी थे. हम अपने संस्कृति को समझे.
रमन सरकार ने आदिवासी समाज की दशा सुधारी- राम सेवक पैकरा
रामसेवक पैकरा ने भी कार्यक्रम को संबोधिक किया उन्होंने कहा कि रमन सरकार आने के बाद आदिवासी समाज की दशा में सुधार आया है. आदिवासी क्षेत्रों में विकास को गति बढ़ी है. प्रयास के माध्यम से आदिवासी समाज के प्रतिभावान बच्चों को आगे बढ़ने का मौका मिला है. हमारा समाज मे कुछ बुराइयां है. बुराइयों को छोड़ आगे आना होगा. 2003 के पहले खंडा चावल खाया करते थे, रमन सरकार आने के बाद हालात बदला है. आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ के विकास में योगदान देगा. समाज के सहयोग से छत्तीसगढ़ विकास की दिशा में लगातार आगे बढ़ेगा.