भुवनेश्वर. ओडिशा के तटीय क्षेत्र में आए चक्रवात ‘डाना’ ने राज्य में 79,000 हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि को प्रभावित किया है. गंभीर चक्रवाती तूफान ‘डाना’ से हुई फसल क्षति की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, कुल 79,671 हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित हुई है, जिसमें से 1,99,177 एकड़ भूमि पर फसलें नष्ट हो गई हैं.

केन्द्रपाड़ा जिले में 23,000 हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित हुई है, जिसमें सबसे अधिक नुकसान राजकणिका, आउल और महाकालपाड़ा क्षेत्रों में हुआ है. इसी तरह, भद्रक जिले में 24,115 हेक्टेयर भूमि को नुकसान हुआ है, जिसमें बसुदेवपुर, चांदबाली, भंडारीपोखरी और धामनगर में व्यापक क्षति की सूचना है.

इसके अलावा, बालासोर जिले में 3,140 हेक्टेयर, मयूरभंज में 2,381 हेक्टेयर, जाजपुर में 2,709 हेक्टेयर और जगतसिंहपुर में 2,498 हेक्टेयर भूमि प्रभावित हुई है.

रिपोर्ट की समीक्षा के बाद राज्य सरकार ने चक्रवात ‘डाना’ के कारण फसल क्षति के लिए किसानों को मुआवजा देने का निर्णय लिया है. इस निर्णय के तहत, आधे हेक्टेयर कृषि भूमि के नुकसान के लिए किसानों को 4,200 रुपये मिलेंगे. न्यूनतम नुकसान के लिए 1,000 रुपये की सहायता राशि दी जाएगी, इसकी जानकारी कृषि प्रमुख सचिव अरविंद पाधी ने उपमुख्यमंत्री केवी सिंह देव की अध्यक्षता में कृषिभवन में आयोजित समीक्षा बैठक के बाद दी.

किसानों को सिंचित भूमि पर फसल क्षति के लिए 17,000 रुपये मिलेंगे, जबकि सीमांत किसानों को सिंचित भूमि पर फसल क्षति के लिए न्यूनतम 2,000 रुपये दिए जाएंगे. कृषि वानिकी/बागवानी फसल के नुकसान के लिए किसानों को प्रति हेक्टेयर 22,500 रुपये और न्यूनतम 2,500 रुपये की सहायता राशि दी जाएगी. पूरी अनुमानित राशि का आकलन राजस्व और कृषि अधिकारियों के साथ मिलकर किया जाएगा.