सुल्तानपुर. जिले में 1 हजार कलश यात्रा के साथ विजेथुआ महोत्सव का आगाज हुआ. जहां तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर रामभद्राचार्य ने कई मुद्दों को लेकर अपना पक्ष रखा. पीठाधीश्वर रामभद्राचार्य ने बड़ा बयान देते हुए कहा, हिंदू मंदिरों से सरकार का अधिग्रहण हटाया जाना चाहिए. साथ ही पाक अधिकृत कश्मीर को भारत में शामिल किया जाने की मांग की. इसके अलावा उन्होंने हिंदी राष्ट्रभाषा और रामचरितमानस को राष्ट्रग्रंथ घोषित करने की भी मांग की.

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रामभद्राचार्य ने मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद मामले में कहा, जैसे मेरी गवाही से राम जन्मभूमि मामले की दिशा बदली थी, वैसे ही वहां की भी दिशा बदलेगी. कोर्ट से बुलावा आएगा तो मैं गवाही दूंगा. हमारी सहिष्णुता की अग्निपरीक्षा हो रही है. हिंदू जैसा कोई सहिष्णु हो नहीं सकता.

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राजनीतिक दलों के हिंदू और मुस्लिम धर्म पर बयानबाजी पर रामभद्राचार्य ने कहा, ये गलत है. सुप्रीम कोर्ट ने भी कह दिया है कि हिंदुत्व भारतीयता का पर्यायवाची है. जो अत्याचार मुस्लिम दल कर रहा है, न जाने हम क्यों सहन कर पा रहे हैं. अभी दुर्गा पूजा में देखा आपने कितना बड़ा अनर्थ हो गया.