राजनगर. चक्रवात ‘डाना’ ने 25 अक्टूबर, 2024 की मध्यरात्रि को ओडिशा के भितरकनिका नेशनल पार्क के अंतर्गत हबलीखट्टी में लैंडफॉल किया, जिससे तटीय क्षेत्र में भीषण हवाएं और भारी वर्षा हुई. इस चक्रवात ने केंद्रपाड़ा, भद्रक और अन्य जिलों में तेज हवाओं और मूसलाधार बारिश के साथ प्रवेश किया, जिससे छप्पर वाले मकान गिर गए, पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए.
हबलीखट्टी नेचर कैंप की झोपड़ियां पूरी तरह नष्ट हो गईं. राजनगर ब्लॉक के करीब 19 पंचायतों पर चक्रवात ‘डाना’ का प्रभाव पड़ा है, जिनमें से आठ पंचायतें गंभीर रूप से प्रभावित हुई हैं. 50,000 से अधिक पेड़, कच्चे और एस्बेस्टस के मकान पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं.
सैकड़ों मिट्टी की दीवारों वाले मकानों को नुकसान पहुंचा है. भितरकनिका पर आने वाले सबसे भीषण चक्रवातों में से एक ‘डाना’ ने क्षेत्र को बिजली से वंचित कर दिया है, क्योंकि तेज हवाओं ने बिजली और टेलीफोन के खंभे उखाड़ दिए हैं. कई गांवों को जोड़ने वाली सड़कें भी बह गई हैं और फसलें बर्बाद हो गई हैं.
भितरकनिका नेशनल पार्क में निवास करने वाले जानवर भी इस चक्रवात से प्रभावित हुए हैं. हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कितने जानवर प्रभावित हुए हैं.
चक्रवात ‘डाना’ के बाद विभिन्न स्थानों पर बचाव अभियान शुरू हो गए हैं. अग्निशमन दल, ओडीआरएएफ और एनडीआरएफ की टीमों को बचाव कार्यों में लगाया गया है. प्रशासन स्थिति को सामान्य करने के प्रयास में लगा हुआ है.
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