शिवा यादव, दोरनापाल। सुकमा जिले के तेमेलवाड़ा चिंतागुफा एंव बुरकापाल के ग्रामिणों ने सुरक्षाबलों पर घर मे घुसकर पिटाई करने लूटपाट एंव अत्याचार करने जैसे गंभीर आरोप लगाया है। जवानों के खौफ की वजह से ग्रामीण खेतो पर जाने से कतराने लगे हैं। अलग-अलग तीनों गांवों मे एकत्रित हुए ग्रामीणों ने सीआरपीएफ, कोबरा एंव ज़िला बल के जवानों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।

तेमेलवाड़ा के कलमु हांदा ने आरोप लगाया है की दो बार जवानों ने उसके घर से उसे जबरन ले जा कर उसकी पिटाई की है। पोड़ियम सुक्का ने आरोप लगाया की वह खेत पर गया था, वहां पहुंचे जवानों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी। मुचाकी हुर्रा का आरोप है कि उसे घर से जबरदस्ती ले जा कर उसे भी जमकर पीटा गया। तेमेलवाडा के ही कुर्राम बामन ने आरोप लगाया की सुरक्षाबलों ने उसे भी जमकर पीटा जिसकी वजह से वह ठीक से चल भी नहीं पा रहा है।

कसलपाड़ की महिलाओं ने बताया की महिलाओं को भी जवान बख्श नहीं रहे हैं उनकी भी पिटाई की जा रही है। हड़मा कवासी को पिटाई करते हुए रास्ते पर छोड़ दिया गया। बटपाड़ के ग्रामीणों का आरोप है कि जवानों ने गांव से पांच ग्रामीणों को जबरदस्ती ले गए और एक सप्ताह तक उन्हें बंद कर पीटा गया जिसके बाद उन्हें छोड़ा गया।

कसलपाड़ के पोड़ियम बुदरा के यहां से बीते वर्ष 415 रूपए जवान छीनकर ले गए। चिंतागुफा के ग्रामीणों ने जिला बल के शंकर मेजर पर अत्याचार करने का आरोप लगाया है उसने बताया कि शंकर मेजर ग्रामीणों पर ज़ुल्म ढाता है। चिंतागुफा के ग्रामीणों ने बताया कि सोड़ी मंगा नाम के युवक को तीन वर्ष पूर्व जेल ले जाया गया है पर उसका केस क्या है यह किसी को पता नही है। जबकी मंगा को आम ग्रामीण बताया गया है और खेती करते वक़्त जवानों द्वारा पकड़ कर गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया गया। चिंतागुफा के ग्रामीणों का आरोप है की शंकर मेजर द्वारा शराब पीकर ग्रामीणों के साथ आए दिन मारपीट करता है। चिंतागुफा के ही तीन युवकों ने भी पुलिस पर आए दिन मारपीट करने का आरोप लगाया है। पोड़ियम मल्ला कवासी हड़मा सोड़ी मंगां ने पुलिस की पिटाई से त्रस्त होने का आरोप लगाया है वहीं चिंतागुफा के ही पिता-पुत्र की जमकर पिटाई करने का भी सुरक्षाबलों पर आरोप लगाया गया है। पिता मड़कम रामा और पुत्र मड़कम दुला ने बताया की खेत मे काम करते वक़्त खेत मे ही पकड़ कर जवानों ने उनकी भी पिटाई कर दी।

वहीं बुरकापाल के ग्रामीण सुरक्षाबलों के खौफ की वजह से बुरकापाल से पलायन कर रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि जवान ग्रामीणों को उनके घरों और खेतों से पकड़कर उन्हें फर्जी तरीके से नक्सली बताकर उन्हें जेलों में डाल देते हैं।

नहीं हुई शिकायत प्राप्त – अभिषेक मीणा

सुकमा एसपी अभिषेक मीणा ने इस गंभीर मामले में कहा कि उन्हें किसी तरह की शिकायत नहीं मिली है। शिकायत आएगी तो उसकी जांच कराई जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जल्द ही उस इलाके में ग्रामीणों की बैठक ली जाएगी और ग्रामीणों को पुलिस से जोड़ा भी जाएगा।