Dhanteras 2024: कुबेर जी को धन और ऐश्वर्य का स्वामी माना जाता है. कुबेर समृद्धि और धन के संरक्षक देवता भी हैं. मान्यता है कि धनतेरस के दिन भगवान कुबेर की पूजा करने से आर्थिक उन्नति और समृद्धि मिलती है. देश में कई देवी-देवताओं के मंदिर हैं, उनमें कुबेरजी भी शामिल हैं. धनतेरस और दिवाली पर कुबेरजी के प्राचीन मंदिरों में भारी भीड़ उमड़ती है. मध्य प्रदेश में कुबेर का पहला मंदिर मंदसौर में है, जबकि दूसरा मंदिर उज्जैन के सांदीपनि आश्रम में और तीसरा मंदिर खंडवा जिले के ओंकारेश्वर तीर्थधाम में है. इसी तरह कुबेर जी के मंदिर अल्मोड़ा उत्तराखंड, पुणे महाराष्ट्र, रत्न मंगलम चेन्नई, करनाली बड़ौदा में हैं. ये सभी मंदिर देश के प्रसिद्ध तीर्थ स्थानों में अपना स्थान रखते हैं.

उत्तराखंड

उत्तराखंड में प्राचीन कुबेर मंदिर है. मंदिर अल्मोडा जिले से लगभग 40 किमी दूरी पर स्थित है. हर साल धनतेरस ओर दिवाली पर यहां भक्तों की भीड़ उमड़ती है. यह मंदिर एक पहाड़ की चोटी पर स्थित है. यहां पहुंचने के लिए आप नैनीताल या अल्मोडा से स्थानीय बस ले सकते हैं. इसके अलावा टैक्सी या निजी वाहन से भी यहां पहुंचा जा सकता है. काठगोदाम रेलवे स्टेशन मंदिर के सबसे नजदीक है.

Dhanteras 2024: मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश में भगवान कुबेर के तीन प्रसिद्ध मंदिर हैं. तीनों की अपनी-अपनी मान्यताएँ हैं. मध्य प्रदेश में दो ज्योतिर्लिंग हैं. पहला है उज्जैन का महाकालेश्वर और दूसरा है खंडवा का ओंकारेश्वर. यहां कुबेरजी का मंदिर भी है. तीसरा कुबेर मंदिर मंदसौर में है. कुबेर का प्राचीन गुप्तकालीन मंदिर मंदसौर शहर से 3 किमी दूर खिलचीपुरा में है. 1300 साल पुरानी यह मूर्ति खिलजी साम्राज्य से पहले की बताई जाती है. हालाँकि, इन सभी मंदिरों में खंडवा का कुबेर मंदिर सबसे लोकप्रिय है. इस मंदिर तक पहुंचने के लिए आपको भोपाल से लगभग 257 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है. खंडवा का कुबेर मंदिर इंदौर से 78 किमी दूर है. कुबेर मंदिर के दर्शन के लिए आप बस, टैक्सी या निजी वाहन से खंडवा पहुंच सकते हैं. ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के भी दर्शन करें.

गुजरात

कुबेरजी का मंदिर गुजरात के वडोदरा में स्थित है. इस मंदिर का नाम कुबेर भंडारी मंदिर है. इस प्रसिद्ध और प्राचीन मंदिर का इतिहास 2500 साल से भी ज्यादा पुराना है. यह मंदिर नर्मदा नदी के तट पर बना हुआ है. वडोदरा पहुंचने के बाद आप कैब से 60 किलोमीटर का सफर तय करके कुबेर मंदिर के दर्शन कर सकते हैं. धनतेरस और दिवाली पर गुजरात से ही नहीं बल्कि देश के अलग-अलग राज्यों से भी भक्त धन-संपत्ति का आशीर्वाद मांगने आते हैं. दूसरी मान्यता यह है कि जो भी भक्त धनतेरस या दिवाली के दिन इस मंदिर परिसर से मिट्टी लेकर अपनी तिजोरी में रखता है, उसके घर में देवी लक्ष्मी सदैव निवास करती हैं.

तमिलनाडु

चेन्नई के श्री लक्ष्मी कुबेर मंदिर में रोशनी के त्योहार के लिए दुनिया भर से लाखों भक्त इकट्ठा होते हैं. चेन्नई के वडालुर में एक मंदिर है, जहां दोनों की मूर्तियां एक साथ स्थापित हैं. कहा जाता है कि यह दुनिया का एकमात्र मंदिर है, जहां कुबेर इस रूप में लक्ष्मी के साथ विराजमान हैं. इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां केवल धनतेरस के दिन ही दर्शन किए जा सकते हैं.(Dhanteras 2024)