बेंगलुरु। ब्रिटेन के किंग चार्ल्स तृतीय और क्वीन कंसर्ट कैमिला ने सप्ताहांत में मीडिया की नजरों से दूर बेंगलुरु का दौरा किया. अपने प्रवास के दौरान उन्होंने व्हाइटफील्ड में सौक्या स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र में अपना ‘कायाकल्प’ (rejuvenation) करवाया.

जानकारी के अनुसार, 75 वर्षीय किंग चार्ल्स ने समोआ में 56 देशों के राष्ट्रमंडल ब्लॉक के प्रमुख के रूप में राष्ट्रमंडल शासनाध्यक्षों की बैठक (CHOGM)-2024 में भाग लिया. इसके बाद शाही जोड़े ने ब्रिटेन की वापसी यात्रा के दौरान भारत के टेक हब में चार दिन बिताए.

किंग चार्ल्स और कैमिला ने 18 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया और समोआ का दौरा करते हुए ओशिनिया की अपनी पहली यात्रा शुरू की थी, और 26 अक्टूबर को यात्रा पूरी की. इस साल की शुरुआत में कैंसर का पता चलने के बाद से यह किंग की पहली विदेश यात्रा थी.

राज्य प्रोटोकॉल और पुलिस के सूत्रों ने बताया कि अपनी वापसी यात्रा पर, “उन्होंने बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड में सौक्या स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र में एक कायाकल्प अवकाश लेने का फैसला किया, और उनका निजी जेट शनिवार (26 अक्टूबर) रात को एचएएल हवाई अड्डे पर उतरा.”

दंपती ने डॉ. इसाक मथाई नूरानल के अद्वितीय उपचार मॉडल की सराहना की, सौक्या की स्थापना ब्रिटिश शाही परिवार के समग्र स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. मथाई ने की थी.

सूत्रों ने बताया कि शाही परिवार से जुड़े एक डॉक्टर दंपती के साथ थे. “चूंकि यह एक निजी यात्रा थी, इसलिए राज्य सरकार की ओर से कोई औपचारिक स्वागत नहीं किया गया. वे बुधवार को तड़के बेंगलुरु से रवाना हो गए.”

एक सूत्र ने बताया… यहां तक ​​कि बेंगलुरु में यातायात को भी इस तरह से नियंत्रित किया गया था कि वीवीआईपी मूवमेंट के बारे में कोई उत्सुकता न पैदा हो.