Bhool Bhulaiyaa 3 Review: दिवाली पर रिलीज हुई फिल्म ‘भूल भुलैया 3’ असल में भाई दूज का संदेश देती है. सौतेले भाई-बहनों की साजिश से शुरू होती यह कहानी खून से बढ़कर दिल के रिश्तों की अहमियत को दर्शाती है. एक राजा जो अपने बेटे की चाह में महल की नौकरानी के करीब आता है, वहीं सौतेला भाई बहनों से प्यार न पाकर उनमें ही अपनी दुनिया बसा लेता है. लेकिन, एक बड़ा खुलासा सामने आता है जो इस भूल भुलैया का मर्म बन जाता है. अनीस बज्मी की फिल्म की शुरुआत थोड़ी धीमी है, पर बाद में फिल्म मनोरंजन से भरपूर हो जाती है.
नेटफ्लिक्स का ‘टुडुम’
प्रियदर्शन की ‘भूल भुलैया’ में विद्या बालन और राजपाल यादव के किरदार मंजुलिका और छोटा पंडित आज भी दर्शकों के जेहन में हैं. ‘भूल भुलैया 2’ में रूह बाबा बनकर कार्तिक आर्यन ने छाप छोड़ी, लेकिन उसके बाद उनकी कोई फिल्म खास धमाल नहीं मचा सकी. ‘भूल भुलैया 3’ में उन्हें माधुरी दीक्षित का मोहक साथ मिला है, जबकि विद्या बालन की जीवंतता भी उनके किरदार को दमदार बनाती है. इस बार मंजुलिका का रहस्य सीधे नेटफ्लिक्स की ‘टुडुम’ नीतियों तक पहुंच जाता है.
Bhool Bhulaiyaa 3 Review: कौन है मंजुलिका?
फिल्म की कहानी इसी सवाल के इर्द-गिर्द घूमती है कि “मंजुलिका कौन है?” अनीस बज्मी और आकाश कौशिक ने पहले एक घंटे दर्शकों को भ्रमित किया, जिसमें कार्तिक को अक्षय कुमार की तरह अभिनय करते दिखाया गया है. तृप्ति डिमरी को अजीब कपड़ों में छिपाने की कोशिश की गई है. दर्शक भटकने लगते हैं कि आखिर क्या हो रहा है, लेकिन यह भी एक चाल है. इंटरवल से पहले फिल्म अचानक नई रफ्तार पकड़ती है, और माधुरी दीक्षित का स्क्रीन पर आना माहौल ही बदल देता है. पहले की फिल्मों को देख चुके दर्शक अपने मन में गणना करने लगते हैं कि इस बार मंजुलिका कौन है, माधुरी या विद्या?
कार्तिक का क्लाइमेक्स
फिल्म में तृप्ति डिमरी का सस्पेंस बरकरार रखा गया है, शायद यह ‘भूल भुलैया 4’ के लिए छोड़ा गया हो. हालांकि फिल्म में जगह-जगह हास्य की कमी हो सकती है, लेकिन कार्तिक को उनकी फिल्म ‘शहजादा’ से भागते दिखाना दर्शकों को हंसा देता है. राजपाल यादव का डिज्नी की सीरीज ‘मूनलाइट’ से प्रेरित ‘जवान’ अवतार भी समय पर आता है. फिल्म में तीन क्लाइमेक्स हैं, जो कहानी को अलग-अलग मोड़ पर ले जाते हैं. जब कहानी 200 साल पहले के राजकुमार की भावनाओं को छूती है, तो कार्तिक के साहस और माधुरी-विद्या की अदाकारी की तारीफ किए बिना नहीं रहा जाता.
Bhool Bhulaiyaa 3 Review: माधुरी और विद्या ने संभाली फिल्म
पुनर्जन्म पर आधारित इस कहानी में माधुरी और विद्या बालन की अदाकारी सराहनीय है. दोनों ने कार्तिक को सहारा दिया है, जबकि तृप्ति डिमरी का अभिनय थोड़ा कमजोर पड़ता दिखता है. सहायक कलाकारों में संजय मिश्रा, अश्विनी कलेसकर, राजपाल यादव, राजेश शर्मा, और विजय राज का बंगाली बोलना थोड़ा अजीब लगता है, लेकिन वे फिल्म में अच्छे से अपनी भूमिका निभाते हैं. अरुण कुशवाह का काम भी ध्यान देने योग्य है, जो रूह बाबा के सहायक के रूप में लिलिपुट की टक्कर का अभिनय करते हैं. प्रीतम का संगीत अब भी दर्शकों को ‘हरे राम, हरे कृष्णा’ और ‘अमि जे तोमार’ से बांधे रखता है, जो अब कालजयी गीत बन चुके हैं.
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