रायपुर. स्वराज पार्टी के मुखिया योगेंद्र यादव ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुरमें एक प्रेस कांफ्रेंस की. योगेंद्र यादव महागठबंधन और बीजेपी पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. जिनकी सरकार गणतंत्र की बुनियाद पर हमले कर रही है. और संस्थाओं को क्षतविक्षत कर रही है. योगेंद्र यादव ने कहा कि महागठबंधन के पास कोई एजेंडा नहीं है. महागठबंधन के नेताओं पर हमला बोलते हुए यादव ने कहा कि ममता बनर्जी बंगाल में लोकतंत्र को कमज़ोर कर रही हैं लेकिन दूसरी तरफ दिल्ली पहुंचकर लोकतंत्र की दुहाई देती हैं. उन्होंने कहा कि मायावती, शरद यादव और अखिलेश यादव जैसे नेता भ्रष्टाचार की बात कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि ये देश का दुर्भाग्य है कि देश नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी में से एक को प्रधानमंत्री के रुप में स्वीकार करने के लिए अभिशप्त है. उन्होंने कहा कि देश में विकल्पहीनता की स्थिति है.
उन्होंने कहा कि देश की राजनीति में किसान केंद्र में रहे, ये उनकी असली चिंता है. उन्होंने कहा कि कर्जमाफी केवल किसान को आईसीयू से निकालने का रास्ता है. लेकिन उसकी बीमारी दूर करने के लिए उसे फसल का बढ़िया मूल्य और प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान से उसकी रक्षा है. उन्होंने कहा कि ऐसा करने से ही देश का किसान खुशहाल होगा.
इससे पहले उन्होंने भूपेश बघेल के किसानों को 2500 रुपये समर्थन मूल्य देने की तारीफ की. प्रेस कांफ्रेंस से पहले उन्होंने किसानों के हक में कुछ मांगे मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा से की. जब वे विनोद वर्मा से बात करके निकल रहे थे तभी उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से हो गई.
योगेंद्र यादव ने ईवीएम की वकालत की. उन्होंने कहा कि ईवीएम से किसी चुनाव में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की बात उन्हें सही नहीं लगती है. उन्होंने कहा कि वीवीपैड का इस्तेमाल बढ़ाना चाहिए. मतगणना में हर टेबल की गिनती शुरु करने से पहले एक बूथ की वीवीपैड की पर्ची और ईवीएम के वोट का मिलान कर लेना चाहिए. अभी तक विधानसभा में एक बूथ की पर्ची के मिलान का प्रावधान है.