छठ गीतों के लिए बहुत प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा (Sharda Sinha) का 5 नवंबर को निधन हो गया है. पिछले कुछ समय से वो बीमार चल रही थीं और AIIMS में वेंटिलेटर पर थीं. जिसके बाद मंगलवार को उन्होंने 72 साल की उम्र में आखिरी सांस ली है. शारदा सिन्हा (Sharda Sinha) ने छठ के गानों के साथ-साथ भोजपुरी और बॉलीवुड में कई हिट गाने दिए हैं, जो आज भी खूब पसंद किए जाते हैं. उनके इस गानों को काफी साल हो चुके हैं, लेकिन ये कभी पुराना नहीं होंगे.

बता दें कि शारदा सिन्हा (Sharda Sinha) ने बॉलीवुड प्रेमियों को भी ऐसे गानों की सौगात दी है, जो हमेशा यादगार रहेगी. बॉलीवुड में शारदा सिन्हा (Sharda Sinha) ने सबसे पहला गाना सलमान खान (Salman Khan) और भाग्यश्री (Bhagyashree) की फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ का गाना ‘कहे तोसे सजना’ गाया था. आज भी ये गाना बहुत सुना और पसंद किया जाता है. Read More – Bhool Bhulaiyaa 3 का नया पोस्टर आया सामने, दीवाली पर खुलेगा तंत्र और मंत्र के साथ बंधा दरवाजा …

इसके अलावा शारदा सिन्हा (Sharda Sinha) ने सलमान खान (Salman Khan) और माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) की 1994 में आई फैमिली ड्रामा फिल्म ‘हम आपके हैं कौन’ का गाना ‘बाबुल जो तुमने सिखाया’ गाया था. ये अब तक सबसे ज्यादा पसंद किए जाना वाला गाना है. जो आज भी बेटियों की विदाई पर गाया और बजाया जाता है.

वहीं, साल 2012 में आई नवाजुद्दीन सिद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui) और हुमा कुरैशी (Huma Qureshi) की फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ का गाना ‘तार बिजली से पतले’ भी गाया है. ये गाना आज भी बेहद पसंद किया जाता है, जिसको कई शादी ब्याह के संगीत में बजाया जाता है. Read More – 1 साल बाद Honey Singh को आई बहन की याद, सरप्राइज देने मेलबर्न पहुंचे सिंगर …

वहीं, अगर शारदा सिन्हा (Sharda Sinha) के छठ पर्व पर गाए गानों की बात करें, तो उनमें सबसे फेमस ‘हे छठी मइया’ है. ये गीत हर साल इस पावन पर्व पर खूब सुना जाता है और छठ पूजा के माहौल में चार चांद लगा देता है. छठ के दौरान ये गाना हर जगह गूंजता रहता है, चाहे वो नदी का किनारा हो या गांव की गलियां.

इसके अलावा छठ पर्व पर शारदा सिन्हा (Sharda Sinha) का गाना ‘पहिले पहिल छठी मईया’ लोगों के दिलों में खास जगह रखता है. ये गीत करीब 5 मिनट का है और छठ की भावना को बेहद खूबसूरती से बयां करता है. इस गीत की मिठास और भावनाओं ने इसे हर साल छठ पर्व का अहम हिस्सा बना दिया है. बिना इस गीत के छठ पर्व अधूरा सा लगता है.