मनीष जायसवाल, बुरहानपुर। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में पुलिसकर्मियों ने चोरी के शक में महिला की थाने में पिटाई की थी। पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट होकर पीड़िता समेत 50 से ज्यादा ग्रामीणों ने एसपी कार्यालय के बाहर धरना दिया। मामला इतना बढ़ा कि बात सीएम डॉ. मोहन यादव, क्षेत्र के सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल और आईजी तक पहुंची। जिसके बाद दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

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पीड़ित के परिजनों का आरोप है कि पुलिस जांच के नाम पर सिर्फ लीपापोती करने में लगी है। उनकी मांग थी कि महिला आरक्षक सहित एक एएसआई को निलंबित किया गया। जबकि मामले में थाना प्रभारी सहित पूरे थाने को निलंबित किया जाना था। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती वे एसपी कार्यालय पर ही धरना देते रहेंगे। 

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बता दें कि 25 अक्टूबर को महिला से बर्बरता पूर्वक मारपीट की गई थी। शिकायत के बाद पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पाटीदार ने निंबोला थाने में पदस्थ 2 महिला आरक्षक पूजा बौरासी, पूजा सावनेर व एएसआई जगदीश राठौर को निलंबित कर दिया था। थाना प्रभारी राहुल कांबले को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। सांसद से शिकायत के बाद मामला सीएम व आईजी तक पहुंचा था।

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