रायपुर। महीने भर के ही कार्यकाल में ढेर सारी उपलब्धियों के साथ छत्तीसगढ़ में इतिहास रचने वाले भूपेश बघेल ने 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर एक और इतिहास रच दिया. आज उन्होंने ऐसा काम किया जो अब तक छत्तीसगढ़ में कोई मुख्यमंत्री नहीं कर सका है. भूपेश बघेल ने आज अपने इस नेक का कार्य से गांधी जी के ग्राम स्वराज के सपने को साकार करने की दिशा में एक कदम बढ़ा दिया है.
दरअसल गणतंत्र दिवस की शाम भूपेश बघेल अपने विधानसभा क्षेत्र पाटन के तीन गांवों में पहुंचे. उन गांवों में जहां विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया था. प्रदेश में यह पहला अवसर है जब कोई मुख्यमंत्री किसी ग्राम सभा में शामिल हुआ हो.
सबसे पहले सीएम भूपेश असोगा गांव पहुंचे. इसके बाद वे तेलीगुड़ा और फिर भनसूली पहुंचे. तीनों गांव में आयोजित ग्राम सभा में शामिल होकर भूपेश बघेल ने गांव वालों को सरकार के अब तक कार्यों के बारे में बताई. नरवा-गरुवा, घुरवा-बारी योजना के बारे जानकारी दी. यह बताया कि सरकार की प्राथमिकता में ग्रामीण विकास का मतलब है क्या. वहीं उन्होंने गांव वालों की बातें भी सुनी, गांव वालों से उनकी मांगों पर चर्चा की. भूपेश बघेल ने कहा कि भारत हो या फिर छत्तीसगढ़ यह गांवों का देश और प्रदेश है. विकास का सही रास्ता गांव से ही गुजर सकता है. इसलिए सरकार गांवों को सशक्त करने में जुट गई है. पूर्व की सरकारों में भले ग्राम सभा के अधिकारों की रक्षा न हुई हो लेकिन कांग्रेस सरकार में ग्राम सभा के अधिकारों की न सिर्फ रक्षा होगी, बल्कि सरकार ग्राम सभा के निर्णयों के आधारों पर गांवों में विकास करेगी. गांव वाले जैसा विकास चाहेंगे हम वैसा ही विकास करेंगे.
ग्राम सभा में गौठान के लिए भूमि आरक्षित करने का अनुमोदन पारित
ग्राम पंचायत असोगा में गौठान के लिए 2.13 हेक्टेयर एवं चारागाह के लिए 15 एकड़ जमीन ग्राम पंचायत तेलीगुण्डरा में पंचायत द्वारा गौठान के लिए 3 एकड़ एवं चारागाह के लिए 5 एकड़ भूमि तथा ग्राम भनसुली में गौठान के लिए 3 एकड़ व चारागाह के लिए 13 एकड़ भूमि आरक्षित करने का अनुमोदन विशेष ग्राम सभा में पारित किया गया. मुख्यमंत्री बघेल ने ग्रामवासियों को चारागाह एवं गौठान के लिए भूमि आरक्षित करने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी और मुख्यमंत्री के अनुरोध पर ग्रामवासियों ने दोनों हाथ उठाकर अपना समर्थन दिया.
समरसता भवन बनाने 20 लाख की स्वीकृति दी
भूपेश बघेल ने ग्राम असोगा में ग्रामवासियों की मांग पर समरसता भवन बनाने के लिए 20 लाख रुपए तथा मिनी स्टेडियम और गौरव पथ निर्माण की भी स्वीकृति दी है. उन्होंने ग्राम तेलीगुण्डरा में पेयजल व्यवस्था के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को सोलर पम्प लगाकर पानी की अपूर्ति कराने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने आंगनगाड़ी केन्द्र में नवनिर्मित अतिरिक्त कक्ष और उचित मूल्य दुकान का लोकार्पण भी किया. मुख्यमंत्री ने ग्राम भनसुली में ग्रामीणों की मांग पर सर्व समाज भवन निर्माण की स्वीकृति दी है.
खेतों एवं बाड़ी में जैविक खाद का होगा उपयोग
मुख्यमंत्री ने गणतंत्र दिवस समारोह की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गांधी जी की ग्राम स्वराज व राम राज्य की परिकल्पना को साकार किया जाएगा. राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का कार्य किया जाएगा. छत्तीसगढ़ राज्य के मूल पहचान नरवा,गरूवा, घुरूवा, बारी को स्थापित करके किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने की व्यवस्था हो सकेगी तथा गौठान एवं चारागाह की व्यवस्था होने से पशुपालन और जैविक खाद को बढ़ावा मिलेगा. गौठानों में गोबर गैस प्लांट लगाया जाएगा. खेतों एवं बाड़ी में जैविक खाद का उपयोग किया जाएगा.
मनरेगा से किया जाएगा गौठान समतलीकरण
मुख्यमंत्री ने जनता के हित में लिये गये फैसलों एवं निर्णय की जानकारी देते हुए कहा कि शपथ लेते ही किसानों का लगभग 6 हजार 230 करोड़ रुपए की राशि का कर्जमाफी किया गया है. किसानों से 2500 रुपए प्रति क्विंटल धान की खरीदी की जा रही है. उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए पशु नस्ल सुधार करने की दिशा में कार्य किया जाएगा. मनरेगा के माध्यम से गौठान समतलीकरण किया जाएगा. बघेल ने शिक्षा का स्तर उपर उठाने एवं सुधार करने की बात कहीं. उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में सहायक प्राध्यापकों की कमी को पूरा करने के लिए 1300 पदों पर भर्ती की जा रही है. इसी तरह प्रदेश के शालाओं में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए 15 हजार से अधिक शिक्षकों की भर्ती करने का निर्णय लिया गया है.