रायपुर– कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी 28 जनवरी को  छत्तीसगढ़ दौरे पर आ रहे हैं. राहुल गांधी के दौरे से शिक्षाकर्मियों को बड़ी उम्मीदें है. हजारों शिक्षाकर्मियों ने नया रायपुर के मंच से संविलियन घोषणा की मांग की है. संविलियन की बाट जोह रहे शिक्षाकर्मियों की उम्मीदें भी राहुल गांधी के आने से बढ़ गई है. क्योंकि जो खबरें छन कर आ रही हैं उसके मुताबिक स्कूल शिक्षा विभाग ने अपने प्रस्ताव में शिक्षाकर्मियों के संविलियन के लिए बजट का प्रावधान करना प्रस्तावित किया है और इस पर अंतिम निर्णय प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लेना है.

अब शिक्षाकर्मी चाहते हैं कि जिस प्रकार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की उपस्थिति में तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह ने संविलियन की घोषणा की थी उसी प्रकार कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के उपस्थिति में मंच से शिक्षाकर्मियों के संविलियन की घोषणा हो और इसके लिए फेसबुक और ट्विटर के माध्यम से हजारों शिक्षाकर्मी अपील भी कर रहे हैं. इस मुहिम के तहत शिक्षाकर्मी सरकार से अपील कर रहे हैं कि उन्हें वर्ष बंधन की गुलामी से मुख्यमंत्री आजादी दिलाएं. इसके लिए उन्होंने स्लोगन भी तैयार किया है ‘आप से हमारी यही दरकार, वर्षबंधन मुक्त संविलियन करो सरकार’ अब देखना होगा की क्या प्रदेश के मुखिया 28 तारीख को राहुल गांधी की उपस्थिति में प्रदेश के शिक्षाकर्मियों को संविलियन की सौगात देते हैं या नहीं या फिर शिक्षाकर्मियों को अभी और मशक्कत करनी पड़ेगी.

इस पर शिक्षाकर्मी नेता विवेक दुबे ने कहा है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी छत्तीसगढ़ आ रहे हैं. इस मौके पर हम प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल से निवेदन कर रहे हैं कि पूर्ववर्ती सरकार ने जो हमें वर्षबंधन की जंजीरों में जकड़ कर बुनियादी सुविधाओं से भी मरहूम कर रखा है और हमें वेतन और अन्य सुविधाओं के लिए भी जो जद्दोजहद करना पड़ रहा है उससे हमें आजादी दिलाए. चुनाव से पहले जन घोषणा पत्र में भी इस बात का स्पष्ट तौर पर उल्लेख किया गया था कि वर्षबंधन को 8 वर्ष से घटाकर 2 वर्ष किया जाएगा इसलिए हमें पूरी उम्मीद है कि भूपेश बघेल अपने इस वादे को राहुल गांधी के मंच से पूरा करेंगे.