अरविन्द मिश्रा, बलौदाबाजार। कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि (अक्षय नवमी) पर महिलाओं ने आंवला वृक्ष की पूजा कर परिवार सहित वृक्ष के नीचे भोजन प्रसाद ग्रहण किया. यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़: सांसद बृजमोहन अग्रवाल का विपक्ष पर हमला, कहा- दक्षिण विधानसभा को पर्यटन स्थल समझती है कांग्रेस
बताया जाता है कि आंवला वृक्ष में भगवान विष्णु माता लक्ष्मी व शिव का निवास रहता है, और भगवान विष्णु सृष्टि के पालनहार माने जाते हैं इसलिए बडे़ ही श्रद्धा के साथ लोग आंवला नवमी पर पूजा अर्चना कर भोजन प्रसाद ग्रहण करते हैं.
बलौदाबाजार के कृष्ण कुंज में आज बडी़ संख्या में परिवारजनों की भीड़ दिखाई दी, जहाँ उन्होंने आंवला वृक्ष की पूजा अर्चना कर उसके नीचे भोजन प्रसाद ग्रहण किया और प्रसाद ग्रहण किया.
पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प
इस संबंध में सुनीता तोमर, शिखा ठाकुर ने बताया कि आंवला नवमी को अक्षय नवमी कहते हैं, हम सब आज सपरिवार पूजा कर रहे हैं. कथानुसार भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी का निवास है, और आयुर्वेद दृष्टि से आंवला फल औषधीय गुणों से भरपूर भी है. आज हम सब पूजा-अर्चना कर पर्यावरण संरक्षण का भी संकल्प लिए हैं.
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