CJI Sanjeev Khanna: देश को आज से नया चीफ जस्टिस मिलेगा। जस्टिस संजीव खन्ना आज भारत के 51वें चीफ जस्टिस (Chief Justice ) के रूप में शपथ लेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें शपथ दिलाएंगी। यह समारोह  सुबह 10 बजे से शुरू हो होगा। जस्टिस खन्ना पूर्व सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल 10 नवंबर को खत्म हुआ है।

Jharkhand Election Survey: झारखंड में मतदान से पहले आ गया सर्वे… NDA या इंडिया अलांयस में किसकी बनेगी सरकार? रिजल्ट देखकर यकीन नहीं होगा

जस्टिस खन्ना साल 2019 से सुप्रीम कोर्ट के जज की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। साथ ही उन्होंने आर्टिकल 370 को निरस्त करने और दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने जैसे फैसलों में शामिल रहे हैं।

Maharashtra Election Survey: महाराष्ट्र चुनाव सर्वे के नतीजे ने चौंकाया, ‘महायुति’ की होगी वापसी या MVA के साथ हरियाणा की तरह होगा ‘खेला’? देखें परिणाम

बता दें कि मुख्य न्यायाधीश रहे डी वाई चंद्रचूड़ ने 16 अक्टूबर को जस्टिस संजिव खन्ना के नाम की सीजेआई के पद के लिए सिफारिश की थी। इसी के बाद केंद्र ने आधिकारिक रूप से जस्टिस खन्ना की चीफ जस्टिस के पद पर नियुक्ति का ऐलान 24 अक्टूबर को किया था। शुक्रवार को सीजेआई के रूप में जस्टिस चंद्रचूड़ का आखिरी कार्य दिवस था। इस के बाद उन्हें शीर्ष अदालत के न्यायाधीशों, वकीलों और कर्मचारियों ने जोरदार विदाई पार्टी दी और उनका 2 साल का सफल कार्यकाल पूरा हुआ।

कांग्रेस का बड़ा एक्शन, कई दिग्गजों समेत 28 बागी उम्मीदवारों को पार्टी से किया निष्कासित, देखें सूची- Congress Expelled 28 of its Leaders

जस्टिस संजीव खन्ना का जीवन परिचय

जस्टिस खन्ना का जन्म 14 मई 1960 को दिल्ली में हुआ था और लॉ की पढ़ाई उन्होंने डीयू के कैंपस लॉ सेंटर से की। उन्हें 2004 में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के स्थायी वकील (सिविल) के रूप में नियुक्ति मिली और 2005 में दिल्ली हाईकोर्ट में एडहॉक जज बने। बाद में उन्हें स्थायी जज नियुक्त कर दिया गया। उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट में अतिरिक्त लोक अभियोजक और न्याय मित्र के तौर पर कई आपराधिक मामलों में बहस भी की थी। आयकर विभाग के वरिष्ठ स्थायी वकील के तौर पर भी उनका कार्यकाल लंबा रहा। बतौर सीजेआई लंबित मामलों की संख्या घटाना और न्याय प्रदान करने में तेजी लाना उनकी प्राथमिकता में है। वह दिल्ली हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश रहे जस्टिस देवराज खन्ना के पुत्र और सर्वोच्च न्यायालय के जाने-माने पूर्व न्यायाधीश जस्टिस एचआर खन्ना के भतीजे हैं। उनके चाचा जस्टिस एचआर खन्ना 1976 में आपातकाल के दौरान एडीएम जबलपुर मामले में असहमतिपूर्ण फैसला लिखने के बाद इस्तीफा देकर सुर्खियों में रहे थे।

Fake IRS Officer… टारगेट पर सिर्फ जॉब करने वाली लड़कियां, मोबाइल में कई महिलाओं की अश्लील तस्वीरें मिलीं

इन अहम फैसलों का रहे हिस्सा

सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश रहते वह कई ऐतिहासिक फैसलों का हिस्सा रहे हैं। जस्टिस खन्ना साल 2019 से सुप्रीम कोर्ट के जज की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वो चुनावी बॉन्ड के साथ-साथ, अनुच्छेद 370 को निरस्त करने, ईवीएम की पवित्रता को बनाए रखने और अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने जैसे फैसलों में शामिल थे।

शादी कार्ड पर पहुंचा ‘बंटोगे तो कटोगे’ का नारा… BJP कार्यकर्ता ने भाई की शादी के कार्ड पर सीएम योगी का छपवाया नारा- Bantoge To Katoge Slogan On Wedding Card

2019 में प्रोन्नत होकर सुप्रीम कोर्ट में रखा कदम
जस्टिस खन्ना को 18 जनवरी 2019 को कॉलेजियम की सिफारिश पर सुप्रीम कोर्ट में एलिवेट किया गया। सुप्रीम कोर्ट आने के बाद वे 17 जून 2023 से 25 दिसंबर 2023 तक सुप्रीम कोर्ट लीगल सर्विस कमेटी के अध्यक्ष रहे। अभी नेशनल लीगल सर्विस अथॉरिटी के कार्यकारी अध्यक्ष और नेशनल ज्यूडिशल एकेडमी भोपाल के गवर्निंग काउंसिल मेंबर हैं। वह अगले साल 13 मई को सेवानिवृत्त होंगे।

BJP Sankalp Patra: महिलाओं को हर महीने 2100 रुपए, 25 लाख नई नौकरियां, किसानों से कर्ज माफी का वादा…, महाराष्ट्र बीजेपी का ‘संकल्प पत्र’ अमित शाह ने जारी किया

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H