Rajasthan News: जयपुर. बूंदी जिले के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में एक नया नर बाघ “टाइगर 2303” को अब राजा के रूप में देखा जा रहा है. यह बाघ पहले सरिस्का टाइगर रिजर्व से हरियाणा के झाबुआ के जंगलों तक भटकता रहा और वन विभाग की टीम ने इसे वहां से ट्रैंकुलाइज करके रामगढ़ टाइगर रिजर्व में शिफ्ट किया. तीन साल के इस युवा और स्वस्थ बाघ से उम्मीद है कि वह रामगढ़ में बाघों की संख्या बढ़ाने में सहायक होगा.

बूंदी के उपवन संरक्षक संजीव कुमार शर्मा ने बताया कि बाघ को रात के समय बूंदी लाया गया और उसे पहले सॉफ्ट एन्क्लोजर में रखा गया है. कुछ दिनों बाद उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा. इस नए बाघ के आने से अब रामगढ़ में दो नर, एक मादा और दो शावक हैं. जल्द ही एक और मादा बाघ को यहां लाने की योजना है. बाघ की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विशेष टीम बनाई गई है, जो उसकी स्थिति की जानकारी देती रहेगी.

बाघ 2303 के आने से रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में बाघों की उपस्थिति बढ़ने से पर्यटकों का आकर्षण भी बढ़ेगा. साथ ही, यहां के निवासियों को पर्यटन के माध्यम से नए रोजगार के अवसर मिल सकते हैं, जिससे क्षेत्र का विकास और आर्थिक लाभ संभव है.

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