लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गेरुआ वस्त्र को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विवादित बयान दिया था. जिसको लेकर सूबे की सियासत में गहमा-गहमी का माहौल देखने को मिल रहा है. साथ ही साधु-संतों के बीच भी खासी नाराजगी भी देखने को मिल रही है. इन सबके बीच मल्लिकाअर्जुन खड़गे के बयान पर सीएम योगी ने कांग्रेस अध्यक्ष को करारा जवाब दिया है.

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बता दें कि सीएम योगी ने गेरुआ वस्त्र के बयान को लेकर महाराष्ट्र के अचलपुर में एक चुनावी जनसभा के दौरान मल्लिकाअर्जुन पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, मैं एक योगी हूं और एक योगी के लिए देश पहले होता है. खरगे जी आपके लिए कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति पहले है. पिछले 3 दिन से कांग्रेस अध्यक्ष खरगे जी मुझ पर नाराज हैं. मैं कह रहा हूं खड़गे जी एक योगी के लिए देश सबसे पहले है. मेरे नेता मोदी जी के लिए देश पहले है. लेकिन आपके लिए कांग्रेस का तुष्टीकरण सर्वोपरि है. खड़गे जी का गांव हैदराबाद के निजाम के आधीन रहने वाला एक गांव था.

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उन्होंने कहा कि भारत जब अंग्रेजों के आधीन था तो कांग्रेस का उस समय का नेतृत्व मुस्लिम लीग के साथ मिलकर मौन बना हुआ था. इसीलिए मुस्लिम लीग उस समय हिंदुओ को चुन चुनकर मार रहा था. इसी आग में मल्लिकार्जुन खड़गे का गांव भी जलाया गया था, जिसमें इनकी माता जी और परिवार मारा गया. लेकिन खड़गे जी इसको नहीं कहते क्योंकि जानते हैं कहेंगे तो मुस्लिम वोट खिसक जाएगा. वोटबैंक के खातिर अपने परिवार का बलिदान भूल गए.

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क्या कहा था खड़गे ने?

मल्लिकार्जुन खड़गे ने झारखंड में चुनावी प्रचार के दौरान यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और संतों को लेकर कहा था कि कई साधु अब राजनेता बन गए हैं और वे गेरुआ कपड़े पहनकर समाज में नफरत फैला रहे हैं और लोगों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं. वे लोगों के बीच नफरत फैला रहे हैं और उन्हें बांटने की कोशिश कर रहे हैं. बटेंगे तो कटेंगे जैसे बयान कोई साधु का बयान है ? कोई साधु ऐसा बयान नहीं दे सकता. ये बात आतंकी कह सकते हैं, आप नहीं. कोई नाथ संप्रदाय का साधु ऐसी बात कर ही नहीं सकता. हम डरेंगे तो मरेंगे, हम डरने वाले नहीं हैं.