सुरेन्द्र जैन, धरसीवां. रायपुर से जुड़े धरसीवां थाना क्षेत्र की चौकी सिलयारी में पिछले लंबे समय से गांजे का अवैध कारोबार चल रहा है. इस अवैध कारोबार का महिला सरपंच ने खुद सामने आकर गांजा पकड़ने की हिम्मत जुटाई. लेकिन कारोबार करने वाले तो भाग गए, जबकि 1 किलो 800 ग्राम गांजा जब्त किया गया है. जिससे लोग महिला सरपंच की सराहना कर रहे हैं. सरपंच ने खुद ही उस गांजा बेचने वाली को पकड़ने काफी दूरी तक दौड़ लगाई, लेकिन वह हाथ से निकल गई. अब पुलिस गांजा तस्करों के खिलाफ मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही है.

जानकारी के मुताबिक सिलयारी में लम्बे समय से एक महिला और उसका भतीजा खुलेआम अवैध गांजा पुड़िया बनाकर बेंच रहे हैं. यह पुड़िया 20 रुपए, 50 रुपए और 100 रुपए तक की गांजा से भरी पुड़िया दिनभर बिकती रहती है. लेकिन इस संज्ञान लेने वाला कोई नहीं है, यहां तक की पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं करती है. यही वजह है कि यह कारोबार खुलेआम फल फूल रहा है.

महिला सरपंच झीनी सोलंकी ने बताया कि गांजे की वजह से हमारी भावी पीढ़ी गर्त में जा रही है. बच्चे नशा करने लगे है लेकिन नशे की सौदागर महिला और उनका भतीजा झूठे मामलों में फंसाने की धमकी देते हैं. इसलिए डर के कारण कोई उन्हें पकड़ने की हिम्मत नहीं करता है. पुलिस ने पूर्व में भी इन पर मामले दर्ज किए, लेकिन नशे का कारोबार रुका नहीं, इसलिए कुछ पंच और ग्रामीणों के साथ मिलकर गांजा कारोबारियों को रंगे हाथों पकड़कर पुलिस को सौंपने की ठानी.

उन्होंने बताया कि सोमवार को जब वह गांजा बेंचने वाली महिला के घर दबिश देने पहुंची तब वह ग्राहकों को पूड़िए बेचते मिली, लेकिन सरपंच को देखते ही पूड़िए फेककर पीछे की दरवाजे से भाग निकली. सरपंच और उनके साथ मौजूद ग्रामीण भी उसे पकड़ने दौड़े, लेकिन महिला पकड़ में नहीं आ सकी.

वहीं पुलिस ने सूचना मिलते ही सिलयारी चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और उन्होंने 1 किलो 800 ग्राम गांजा जब्त किया. चौकी प्रभारी ने बताया कि गांजा जप्त कर आरोपी महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच करते हुए उनकी तलाश की जा रही है.

वहीं ग्राम पंचायत महिला सरपंच की इस हिम्मत की सभी दाद दे रहे हैं. जिसने भी इस घटना को सुना वह दिल से उन्हें बधाई दे रहा है. उनके पति पूरन सोलंकी जो खुद भी पंच है वह भी इस दौरान अपनी सरपंच पत्नी के साथ थे. उनका कहना है कि हम अपने गांव को नशे से बर्बाद नहीं होने देंगे बच्चों में बढ़ती नशे की लत से स्कूल प्राचार्य भी चिंतित रहती है. हम हर हाल में गांव को पूर्ण नशामुक्त गांव बनाएंगे.