अमृतसर. शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की अंतरिम समिति की बैठक अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी की अध्यक्षता में आयोजित हुई, जिसमें कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में कनाडा में हुई घटनाओं और कृपाण पहनने पर लगे प्रतिबंध के मुद्दे पर भी बात उठाई गई।


बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि भारत सरकार के उड्डयन मंत्रालय द्वारा एयरपोर्ट पर काम करने वाले अमृतधारी सिखों को कृपाण (पाँच ककार) पहनने से रोकना उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है। इसके लिए शिरोमणि कमेटी का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही भारत सरकार के अधिकारियों से मिलेगा।


धामी ने कहा कि भारत का संविधान सिखों को पाँच ककार पहनने की अनुमति देता है, और इसे रोकना संविधान का उल्लंघन है। यह मामला पहले ही सरकार के ध्यान में लाया जा चुका है, और उचित दिशा-निर्देश देने की बात भी की गई है।


कनाडा में हुई घटनाओं पर बोलते हुए धामी ने कहा कि सिख समुदाय सभी धर्मों का सम्मान करता है और किसी भी धर्म का अनादर नहीं करता। उन्होंने कहा कि सिखों के खिलाफ हो रहे हमले और उनके विरुद्ध फैलाई जा रही नकारात्मकता दुखद है और इसकी निंदा की जाती है।


सुधार लहर के नेताओं द्वारा शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष पर उठाए गए सवालों के जवाब में धामी ने कहा कि जत्थेदार साहिब से कोई भी सिख मिल सकता है, और सुधार लहर के नेता भी कई बार खुद जत्थेदार से मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि सिंह साहिबान से मिलने पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं है, और उनकी उनसे नियमित बातचीत होती रहती है।