प्रयागराज. यूपीपीएससी (UPPSC) के दफ्तर के बाहर अभ्यर्थियों का धरना जारी है. मामले में अभ्यर्थियों पर FIR दर्ज की है. वहीं 10 अभ्यर्थी हिरासत में लिए गए हैं. सभी अभ्यर्थी दूसरे दिन भी आयोग के सामने डटे रहे. ये सभी भर्ती परीक्षा एक दिन, एक शिफ्ट में कराने की मांग कर रहे हैं. मांग को लेकर प्रतिभागी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच बैरियर और बोर्ड तोड़ने को लेकर दो नामजद समेत 12 लोगों पर FIR दर्ज की गई है. यूपीपीएससी ने इस मामले को लेकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है. उनका कहना है कि नार्मलाइजेशन की प्रक्रिया अपनाना जरूरी है.

बता दें कि इस मामले में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का नया बयान सामने आ चुका है. उन्होंने कहा, “सभी सक्षम अधिकारी छात्रों की मांगों को संवेदनशीलता से सुनें और शीघ्र समाधान निकालें. यह सुनिश्चित करें कि छात्रों का कीमती समय आंदोलन में नहीं, बल्कि उनकी तैयारी में लगे.”

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केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ”यूपी पीसीएस परीक्षा में एक से अधिक दिन की परीक्षा, निजी संस्थानों को केंद्र न बनाने और मानकीकरण प्रक्रिया को लेकर छात्रों की चिंताएं गंभीर और महत्वपूर्ण हैं. छात्रों की मांग है कि परीक्षाएं पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी हों, ताकि उनकी मेहनत का सम्मान हो और भविष्य सुरक्षित रहे.”

उन्होंने कहा, ”मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में, भाजपा सरकार ने 2017 से भर्ती माफियाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाकर निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया की मिसाल पेश की है. लगभग 7 लाख युवाओं को नियुक्ति पत्र देकर सरकार ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय दिया है.”

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डिप्टी सीएम ने यह भी कहा कि ”सभी सक्षम अधिकारी छात्रों की मांगों को संवेदनशीलता से सुनें और शीघ्र समाधान निकालें. यह सुनिश्चित करें कि छात्रों का कीमती समय आंदोलन में नहीं, बल्कि उनकी तैयारी में लगे. न्यायालय में लंबित मामलों का भी शीघ्र समाधान निकाला जाए ताकि किसी छात्र का भविष्य अंधकार में न रहे.”