लखनऊ. यूपी की सियासत में पोस्टर वार थमने का नाम नहीं ले रहा है. सीएम योगी के ‘बटंगे तो कटेंगे’ वाले बयान के बाद पोस्टरबाजी का दौर चल पड़ा है. पोस्टर के जरिए सियासी दल एक-दूसरे पर हमलावर हैं. आए दिन कोई न कोई पोस्टर राजधानी लखनऊ की सड़कों में देखने को मिल रहा है. सीएम के बटेंगे तो कटेंगे के नारे के बाद तो जैसे स्लोगनों की बाढ़ लग गई. इसके बाद ‘जुड़ेंगे तो जीतेंगे’, ना बटेंगे ना कटेंगे, सत्ताईस के सत्ताधीश, सत्ताईस के खेवनहार जैसे ना जाने कितने स्लोगन प्रदेश में गूंज रहे हैं. इन दिनों यूपी की सियासत में स्लोगन ही चल रहे हैं. इस बीच एक और नया नारा आ गया है- ‘जीतेंगे तो लूटेंगे.’

ये पोस्टर लखनऊ भाजपा कार्यालय के सामने लगाया गया है. इतना ही नहीं विधानसभा के सामने भी ये होर्डिंग लगाई गई है. सपा नेताओं के खिलाफ लगाई गई इस होर्डिंग में पार्टी सुप्रीमो और नेताओं पर निशाना साधा जा रहा है. दरअसल, जौनपुर विधानसभा से भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा से जुड़े शम्सी आज़ाद ने ये पोस्टर लगवाया है. जिसमें उन्होंने सपा पर निशाना साधते हुए लिखाया है “जीतेंगे तो लूटेंगे”. साथ ही पोस्टर में सपा प्रमुख से लेकर तमाम बड़े नेताओं की फोटो भी इस पोस्टर में लगाई गई है.

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बता दें कि इससे पहले भी कई पोस्टर और उनमें लिखे स्लोगन यूपी की सियासत को फूंक मार चुके हैं. सपा नेता अमित चौबे ने एक पोस्टर लगाया था. जिसमें लिखा हुआ था- मठाधीश बांटेंगे और कांटेंगे… पीडीए जोड़ेगी और जीतेगी. इसके अलावा सपा प्रदेश सचिव विजय प्रताप यादव ने भी पोस्टर लगवाया था. जिसमें उन्होंने पार्टी का मनोबल बढ़ाने का काम किया है. उसमें लिखा था जुड़ेंगे तो जीतेंगे.

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‘सत्ताईस का सत्ताधीश’

इसी कड़ी में मेंहदावल विधानसभा से सपा नेता जयराम पांडेय ने भी पोस्टर लगवाया था. हांलाकि उनका पोस्टर देखकर ये तो नहीं लगा कि वे किसी पार्टी पर निशाना साध रहे हैं, बल्कि पोस्टर देखकर लग रहा था कि उन्होंने अपने आका (पार्टी प्रमुख) को खुश करने के लिए इसे लगवाया हो. उन्होंने होर्डिंग पर लिखवाया था ’24 में बरसा जनता का आशीष कौन होगा सत्ताईस का सत्ताधीश’.

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ऐसा नहीं है कि ये पोस्टरवार केवल बीजेपी और बसपा के बीच चल रहा है. निषाद पार्टी भी इस वार में शामिल है. निषाद पार्टी का पोस्टर भी चर्चा में आया था. हालांकि इस पोस्टर में भी किसी पार्टी के खिलाफ कोई नारा नहीं था. इसमें भी कोई कार्यकर्ता अपने नेता की ‘खुशामद’ कर रहा था. नेता जी ने भी खुश होकर इसे कार्यकर्ताओं का प्यार बताया दिया था. समर्थकों ने तो यहां तक मान लिया है कि जिस प्रकार निषादराज ने भगवान राम को नदी पार करवाई थी, उसी प्रकार निषाद पार्टी साल 2027 में भाजपा की सरकार को तीसरी बार सत्ता में स्थापित करेगी. इस पोस्टर में एक कार्यकर्ता ने संजय निषाद को ‘सत्ताईस का खेवनहार’ बताया था.

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वार के बीच मोहब्बत की दुकान

इतना ही नहीं इन सबके बीच कांग्रेस ने भी बहती गंगा में हाथ धोया था. यूपी सेन्ट्रल से एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव आर्यन मिश्रा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए पोस्टर लगवाया था. जिसमें लिखा था ‘बटेंगे तो कटेंगे का नारा देने वालों के मंसूबे तोड़ेंगे, हम इंडिया गठबंधन के सिपाही यूपी में मोहब्बत की दुकान खोलेंगे’.