रायपुर- आवास एवं पर्यावरण विभाग मंत्री मोहम्मद अकबर ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल में सभी क्षेत्रीय अधिकारियों के कामों की समीक्षा की। एक महीने में ही ली गई दूसरी समीक्षा बैठक में मंत्री अकबर ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने कार्यों में गति लावें एवं उल्लंघनकारी उद्योगों पर निर्धारित समयावधी में पर्यावरणीय नियमों के अंतर्गत कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
अकबर ने मण्डल द्वारा लागू ऑनलाईन व्यवस्था को अपडेट करने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को निर्देर्शित किया कि वे स्टेडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर के तहत प्रदूषण नियंत्रयण के लिये उन्हें दिये गये निर्देशों का कडाई से पालन सुनिश्चित करें। अकबर ने बॉयोमास प्लांट में भूंसे के स्थान पर क्रेडा द्वारा निर्धारित मात्रा से अधिक कोयला ना जले यह सुनिश्चित करने के लिये सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को सभी बायोमास प्लांट की जांच कराने के निर्देश दिये।
वृक्षारोपण की स्थिति की समीक्षा करते हुए मोहम्मद अकबर ने सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को 15 मार्च तक का समय दिया कि वे बड़े उद्योगों में जा कर वृक्षारोपण की जांच करें। अकबर ने कोल वॉशरी से परिवहन के दौरान प्रदूषण की स्थिति निर्मित ना हो यह भी सुनिश्चित करने को कहा। फ्लाईएश के अधिकतम उपयोग को सुनिश्चित करने के लिये हन्हें खाली पडी खुली खदानों में भरे जाने के निर्देश दिये।
उन्होंनं क्षेत्रीय अधिकारी कोरबा को निर्देशित किया कि वे चोटिया खदान में फ्लाई एश डालने के लिये बाल्को को सख्त निर्देश जारी करें। मोहम्मद अकबर ने नगर निगम बिलासपुर द्वारा नगरीय ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिये लगाये गये आर.डी.एफ. प्लांट की सराहना करते हुए उसे प्रदेश के सभी नगर निगमों में लागू किये जाने के प्रयास किये जाने के निर्देश दिये। मोहम्मद अकबर ने बैठक के दौरान सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिये कार्य करने के निर्देश दिये।
मण्डल के सदस्य सचिव आर.पी. तिवारी ने सभी क्षेत्रीय अधिकारियों का परिचय देते हुए मण्डल के कार्यकलापों की संक्षिप्त जानकारी दी। बैठक में मण्डल के क्षेत्रीय अधिकारी, रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग-भिलाई, रायगढ़, कोरबा, जगदलपुर एवं अंबिकापुर द्वारा अपने अपने कार्यो की जानकारी दी गई।