चन्द्रकान्त/बक्सर : जिले में ईसाई मिशनरियों द्वारा धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया है जो तूल पकड़ रहा है. जिले के सिमरी प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में ईसाई समुदाय के लोग धार्मिक प्रचार-प्रसार कर रहे हैं, जिसके चलते स्थानीय समुदाय में आक्रोश देखा जा रहा है. हिन्दू संगठनों का आरोप है कि इन मिशनरियों ने ग्रामीणों का धर्म परिवर्तन कराने के उद्देश्य से गंगा घाट पर सामूहिक गतिविधियों का आयोजन किया. 

धार्मिक मान्यताओं को बदलने का प्रयास

दरअसल, जिले के सिमरी प्रखंड के नगपुरा गांव में धर्म परिवर्तन का यह मामला सामने आया है. यहां मेथोडिस्ट चर्च ऑफ इंडिया के सदस्यों ने कथित तौर पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों को गंगा स्नान करवा कर उनके सिर पर क्रॉस का चिन्ह बनाया. इसके अलावा, ग्रामीणों का सिंदूर भी हटाकर उन्हें प्रभु यीशु का लॉकेट पहनाने की घटना सामने आई है. स्थानीय लोगों के अनुसार, 60 से 70 ग्रामीणों को गंगा स्नान कराकर उनकी धार्मिक मान्यताओं को बदलने का प्रयास किया गया. हालांकि, ईसाई धर्म वालों ने इस बात से इनकार किया.

हिन्दू संगठनों का विरोध 

इस मामले की जानकारी मिलते ही हिन्दू संगठनों ने इसका पुरजोर विरोध किया और स्थानीय पुलिस को सूचना दी. इसके बाद, संगठनों की ओर से थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है. हिन्दू संगठनों के सदस्यों का कहना है कि इस तरह की गतिविधियों से क्षेत्र में धार्मिक सौहार्द्र प्रभावित हो सकता है. उन्होंने आरोप लगाया कि ईसाई मिशनरियां ग्रामीणों को लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन करवा रही हैं. मामले की सूचना मिलते ही डुमरांव के अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरु की.

पुलिस की जांच जारी 

पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. फल अध्यक्ष कमलनयन पांडे ने बताया कि वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर मामले में आगे के कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें- Kartik Purnima 2024: बिहार के गंगा घाटों पर उमड़ी भीड़, श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी