Jhansi Medical College Fire Tragedy. झांसी मेडिकल कॉलेज में नवजात शिशुओं की मौत के मामले में प्रशासन ने जांच के लिए 6 डॉक्टरों का विशेष पैनल गठित किया है. इन शिशुओं के पोस्टमार्टम के लिए पोस्टमार्टम हाउस के बाहर एसपी सिटी के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. माना जा रहा है कि इस घटना के बाद चीफ मेडिकल सुपरिंटेंडेंट सचिन महोर पर गाज गिर सकती है.

बता दें कि महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल काॅलेज के चाइल्ड वार्ड में आग लगने से नवजात बच्चों की जलकर मौत हो गई. ये हादसा शुक्रवार रात करीब 10 बजे हुआ है. आग के बीच चाइल्ड वार्ड की खिड़की तोड़कर कई बच्चों को निकाला गया. प्रशासन ने 10 बच्चों की मौत की पुष्टि कर दी है. इनमें 7 बच्चों की पहचान भी कर ली गई है, वहीं 3 बच्चों की पहचान नहीं हो पाई है. हादसे के NICU वार्ड में करीब 49 नवजात बच्चे भर्ती थे.

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सीएम ने मांगी जांच रिपोर्ट

आग की घटना अस्‍पताल के ग्राउंड फ्लोर पर हुई. गलीमत रही कि दूसरी मंजिल पर नहीं हुई. वहां एसएनसीयू वार्ड है. उसमें दो यूनिटें हैं. एक अंदर की तरफ तो दूसरी बाहर की तरफ. वहां से ज्‍यादा बच्‍चे भर्ती थे. वहां आग लगने के बाद बच्‍चों को बाहर निकाल पाने में मुश्किल होती. यहां भर्ती बच्‍चों को बाहर नहीं निकाला जा सकता था. हादसे पर राष्ट्रपति समेत पीएम मोदी और सीएम योगी ने भी दुख जताया है. डिप्‍टी सीएम ब्रजेश पाठक मौके पर पहुंच गए हैं. सीएम योगी ने 12 घंटे में रिपोर्ट मांगी है. जिम्‍मेदारों को बख्‍शा नहीं जाएगा.

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