नई दिल्ली। मॉरीशस के विपक्षी गठबंधन द्वारा भारी बहुमत हासिल करने के कुछ दिनों बाद भारत ने अनुभवी राजनयिक अनुराग श्रीवास्तव को मॉरीशस में अपना अगला उच्चायुक्त नियुक्त किया है. एक द्वीप राष्ट्र मॉरीशस हिंद महासागर क्षेत्र में एक रणनीतिक खिलाड़ी के रूप में उभरा है.

देश भर में विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में जारी परिणामों के अनुसार, प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन को मतदाताओं के लिए सीधे निर्णय लेने के लिए उपलब्ध 62 सीटों में से कोई भी सीट नहीं मिली.

अलायंस फॉर चेंज गठबंधन की जीत ने देश के प्रधानमंत्री के रूप में नवीन रामगुलाम की वापसी सुनिश्चित की. उन्होंने 1995 से 2000 तक और फिर 2005 से 2014 तक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया.

जगन्नाथ ने सभी परिणामों की घोषणा से पहले हार स्वीकार करते हुए कहा कि उनका मिलिटेंट सोशलिस्ट मूवमेंट गठबंधन एक बड़ी हार की ओर बढ़ रहा है क्योंकि यह स्पष्ट हो गया है कि विपक्ष देश के सभी 21 निर्वाचन क्षेत्रों में जीत रहा है.

कौन हैं अनुराग श्रीवास्तव?

1999 बैच के भारतीय विदेश सेवा (IFS) के राजनयिक अनुराग श्रीवास्तव वर्तमान में विदेश मंत्रालय (MEA) के मुख्यालय में नेपाल-भूटान प्रभाग के संयुक्त सचिव के रूप में कार्यरत हैं.

श्रीवास्तव ने विदेश सेवा में शामिल होने से पहले इंजीनियरिंग और व्यवसाय प्रबंधन में डिग्री प्राप्त की और उसके बाद कॉर्पोरेट क्षेत्र में कुछ समय तक काम किया. उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से राजनयिक अध्ययन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा भी किया है.

मॉरीशस में वह वर्तमान के. नंदिनी सिंगला का स्थान लेंगे. विदेश मंत्रालय ने शनिवार को एक संक्षिप्त बयान में कहा कि श्रीवास्तव के जल्द ही कार्यभार संभालने की उम्मीद है.