Jaipur Foundation Day: जयपुर, जिसे ‘गुलाबी नगरी’ के नाम से जाना जाता है, महज एक शहर नहीं, बल्कि भारत की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का अनमोल हिस्सा है। इसकी स्थापना 1727 में आमेर के राजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने की थी।
आमेर में जल संकट और जगह की कमी के कारण उन्होंने एक आधुनिक शहर की नींव रखी, जो वास्तुकला, ज्योतिष और विज्ञान का अद्भुत मिश्रण है। जयपुर का जंतर मंतर, एक खगोलीय वेधशाला, इसका जीता-जागता उदाहरण है और इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है।
वास्तुशास्त्र और नगर नियोजन का उत्कृष्ट नमूना
जयपुर की बसावट में भारतीय वास्तुशास्त्र और नगर नियोजन के सिद्धांतों का बखूबी इस्तेमाल हुआ है। शहर के डिजाइन के लिए बंगाल के प्रसिद्ध वास्तुविद विद्याधर भट्टाचार्य ने हिंदू वास्तुशास्त्र का उपयोग किया। गुलाबी रंग से सराबोर यह शहर न केवल सौंदर्य का प्रतीक है, बल्कि अपने सुव्यवस्थित बाजार और चौराहों के लिए भी प्रसिद्ध है।
जयपुर की परकोटा और इसके गेट्स
जयपुर के चारों ओर बनी ऊंची दीवारें, जिसे परकोटा कहते हैं, शहर की सुरक्षा और खूबसूरती का अहम हिस्सा हैं। इनसे निकलने के लिए सात मुख्य गेट बनाए गए:
- अजमेरी गेट: अजमेर की दिशा में जाने के लिए।
- सांगानेरी गेट: सांगानेर के मशहूर हस्तशिल्प बाजार तक पहुंचने के लिए।
- चांदपोल गेट: पश्चिम में चांदपोल बाजार का प्रवेश।
- घाट गेट: शहर के पूर्वी हिस्से का मुख्य द्वार।
- सूरजपोल गेट: पूर्व दिशा में खुलता यह गेट सूरज के नाम पर रखा गया।
- न्यू गेट: शहर के नए इलाकों से जोड़ता है।
- त्रिपोलिया गेट: शाही परिवार का विशेष द्वार।
ये दरवाजे जयपुर की सुरक्षा के साथ-साथ उसकी वास्तुकला की भव्यता को भी दर्शाते हैं।
शहर के विकास में प्रमुख योगदान
जयपुर को एक आधुनिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर बनाने में तीन प्रमुख व्यक्तियों का योगदान रहा:
- मिर्जा इस्माइल: जयपुर के प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य और पानी की आपूर्ति में सुधार किया।
- महाराजा सवाई मानसिंह द्वितीय: जयपुर के अंतिम शासक, जिन्होंने शिक्षा और शहरी विकास को प्राथमिकता दी।
- भगवत सिंह मेहता: जिन्होंने परंपरागत वास्तुकला और आधुनिकता के बीच संतुलन बनाए रखते हुए शहरी विकास की योजना बनाई।
जयपुर: एक वैश्विक आकर्षण
आज जयपुर अपनी ऐतिहासिक धरोहर, परंपरागत वास्तुकला और सांस्कृतिक महत्व के कारण दुनियाभर के पर्यटकों को आकर्षित करता है। इसके गुलाबी बाजार, आलीशान महल और अनोखे त्योहार इसे भारत के सबसे खूबसूरत और लोकप्रिय शहरों में से एक बनाते हैं।
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