महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का आखिरी दिन सोमवार (18 नवंबर) शाम पांच बजे समाप्त हो गया. राज्य में 288 सीटों पर 4140 उम्मीदवार हैं, जिनमें से कुछ महत्वपूर्ण सीटों पर शाम पांच बजे तक वोट डाले जाएंगे. नेता से लेकर अभिनेता तक ने चुनाव प्रचार किया. मैदान में कई प्रमुख नेता शामिल हैं, जिनमें सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, डिप्टी सीएम अजित पवार, आदित्य ठाकरे, नाना पटोले, अमित ठाकरे, नवाब मलिक, जीशान सिद्दीकी और नाना पटोले.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे या राज ठाकरे, सभी बड़े नेताओं ने रोड शो कर अपनी ताकत दिखाई. नवाब मलिक और उनकी बेटी सना मलिक ने शिवाजी नगर मानखुर्द और अणुशक्ति नगर विधानसभा में रोड शो किया. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी मुंबई के आधार दर्जन विधानसभा में रोड शो किया. सीएम शिंदे के बेटे और सांसद श्रीकान्त शिंदे ने कलीना विधानसभा में बीजेपी के चुनाव चिन्ह कमल पर RPI उम्मीदवार अमरजीत सिंह के पक्ष में बाइक रैली निकाली.
प्रचार के आखिरी दिन दिखी गरमा-गरम
मराठवाड़ा क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर से सत्ता की दिशा तय होगी. हालांकि, प्रचार के अंतिम दिन में हुई हलचल के बीच, कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी महाविकास अघाड़ी गठबंधन ने पांच महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में दिखे सत्ता विरोधी व्यवहार और लुभावने वादों के सहारे सत्ता की डगर छू लेने की उम्मीद की है.
76 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस में सीधा मुकाबला
भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला सूबे की करीब 76 सीटों पर है. मुंबई में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस की सुर्खियों पर राजधानी दिल्ली में भाजपा मुख्यालय से जवाबी पलटवार ने दोनों गठबंधनों के मतदान से पहले तेज होती सियासी हलचल का स्पष्ट संकेत दिया है.
भाजपा उम्मीदवार तमिल सेल्वन ने मुंबई के सायन कोलीवाडा इलाके से पूरी ताकत झोंक दी, जो दो बार विधायक बनना चाहते हैं. महाराष्ट्र के इकलौते तमिल विधायक, तमिल सेल्वन ने रोड शो कर शक्ति प्रदर्शन किया, जिसमें दक्षिण फिल्मों के सुपरस्टार शरथ कुमार भी शामिल थे. मुंबई की कांदीवली सीट से बीजेपी उम्मीदवार अतुल भातखलकर के लिए चुनाव प्रचार के आखिरी दिन, भोजपुरी फिल्मों के ‘सलमान खान’ दिनेश लाल यादव निरहुआ ने बड़ी संख्या में ऑटो चालकों के साथ ऑटो में बैठकर उत्तर भारतीयों के बीच प्रचार किया.
MVA की नजर बदले पर
एमवीए ने सत्तारूढ़ गठबंधन से मुकाबला करके जाति आधारित जनगणना, सामाजिक न्याय और संविधान की रक्षा जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया. विपक्ष का लक्ष्य उन मतदाताओं को अपील करना था जो सरकार से उपेक्षित महसूस कर रहे हैं.
चुनाव आयोग की तैयारियां पूरी
2019 के राज्य विधानसभा चुनावों की तुलना में इस बार उम्मीदवारों की संख्या में 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई है; 4,136 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जिसमें 2,086 निर्दलीय हैं, और 150 से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में बागी उम्मीदवार महायुति और एमवीए के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. महाराष्ट्र में इस बार 1,00,186 मतदान केंद्र होंगे, जबकि 2019 के विधानसभा चुनाव में 96,654 मतदान केंद्र थे, इसलिए पंजीकृत मतदाताओं की संख्या बढ़कर 9,63,69,410 हो गई है. राज्य सरकार के लगभग छह लाख कर्मचारी चुनाव ड्यूटी पर तैनात होंगे.
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