शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में खाद का संकट गहराता जा रहा है। इस बीच गुना में एक किसान की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। आरोप है कि प्रशासन ने बिना पोस्टमार्टम कराए ही शव का दाह संस्कार करवा दिया। मौत से पहले उसने खाद न मिलने की पीड़ा बयां करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया था और तहसीलदार पर कालाबाजारी के आरोप लगाए थे। जिसे पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया है। उन्होंने कहा कि खाद न मिलने से परेशान होकर युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।  

लंबे समय लाइन में लगने के बाद भी नहीं मिला खाद

पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने युवक की मौत से पहले बनाए गए वीडियो को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया है। उन्होंने लिखा, “बमौरी विधानसभा क्षेत्र में डीएपी खाद न मिलने पर झागर गांव के किसान भगवत किरार (पाती दादा) ने घर पर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।प्रशासन ने बिना पोस्टमार्टम कराएं आनन फानन में मृतक किसान का दाह संस्कार भी करवा दिया। मृतक किसान के परिजनों का आरोप है कि ग्राम धाननखेड़ी में खाद लेने गए थे, लम्बे समय तक लाइन में लगने के बाद भी खाद नहीं मिल पाई, इसी के चलते वह अवसाद में आ गए थे और आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया।”

किसानों से आत्महत्या न करने की प्रार्थना

अरुण यादव ने आगे कहा, “आखिर भाजपा सरकार किसानों की चिंता कब करेगी और उनके लिए खाद कब उपलब्ध करवाएगी? क्योंकि किसान खरीफ की फसल और सरकार की उदासीनता की वजह से पहले से ही परेशान है। अब उसे रबी की फसल से उम्मीद है। फिर भी न समय पर खाद है न बिजली। मेरी किसान साथियों से प्रार्थना है कि आत्महत्या जैसा कोई कदम न उठाएं, क्योंकि इससे सबसे ज्यादा पीड़ा आपके परिजनों को ही होगी।”

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m