कुंदन कुमार/पटना: साइबर अपराधियों ने डिजिटल अरेस्ट कर पटना विश्वविद्यालय की सेवानिवृत्त महिला प्रोफेसर से लगभग 3 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी कर ली है. साइबर ठगों ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तारी का भय दिखाकर महिला प्रोफेसर से करोड़ों रुपये ऑनलाइन अपने बैंक खाते में मंगवा लिया. इस संबंध में महिला ने साइबर थाने में FIR कर दिया है.

रिटायर प्रोफेसर से की गई ठगी 

दरअसल, महिला ने FIR में बताया कि उसे हाउस अरेस्ट भी किया गया, उसके साथ एक व्यक्ति भी था. बताते चलें कि रिटायर प्रोफेसर ज्योति वर्मा से ठगी की गई है. 9939618917 से कॉल करके ठगी की गई है. 7259134197 से सीबीआई का अधिकारी बनकर फ्रॉड किया गया. मनी लांड्रिंग का आरोप लगाकर ठगी किया गया है.

महिला को किया था हाउस अरेस्ट

ठगी करने वाले ने महिला को हाउस अरेस्ट किया था. खुद को विभागीय कर्मी बताया था. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, सुप्रीम कोर्ट और सीबीआई स्थानीय थाना का फर्जी दस्तावेज दिखा कर डराया गया. 78 वर्षीय महिला से 3 करोड़ से अधिक की ठगी मामले में साइबर थाना ने जांच शुरू की. पुलिस ने इसे इंटर स्टेट मामला बताया है.

करंट अकाउंट में ट्रांसफर करवाए गए हैं पैसे

बता दें कि पैसा ट्रांसफर बंगाल, कर्नाटक और अहमदाबाद हुआ है. मोबाइल नंबर के जरिए ठगों को ट्रेस करने की कोशिश जारी है. सभी पैसे करंट अकाउंट में ट्रांसफर करवाए गए हैं. ठग के द्वारा कंस्ट्रक्शन कंपनी ट्रैवल कंपनी के नाम से करंट अकाउंट खोले गए थे. पटना में अभी तक की साइबर ठगी में साइबर थाना पटना ने जांच अनुसंधान शुरू किया. साइबर थाना प्रभारी राघवेंद्र मणि त्रिपाठी ने जानकारी दी.

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