कानपुर. यूपी की 9 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. चुनाव के बीच सिसामऊ विधानसभा सीट पर भाजपा कार्यकर्ताओं के हंगामे के बाद सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी जीआईसी ग्राउंड पहुंची. इस दौरान नसीम सोलंकी ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, चमनगंज के थानेदार ने वोटर्स को डंडे से पीटा. जिससे वोटर का सिर फट गया. इतना ही नहीं नसीम सोलंकी का ये भी आरोप है कि पुलिस देवर अशरफ़ सोलंकी को भी उठा ले गई. मतदान केंद्र माहौल ठीक है, लेकिन बार-बार हंगामा काटा जा रहा है, जिससे वोटर्स पहुंच नहीं पा रहे हैं. वोटर्स मतदान केंद्र के अंदर जाने से घबरा रहे हैं.

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बता दें कि प्रदेश की तमाम 9 सीटों में सीसामऊ विधानसभा बेहद महत्वपूर्ण है. विशेषकर ये सीट भाजपा और सपा के लिए प्रतिष्ठा से कम नहीं है. क्योंकि यहां सीएम योगी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की साख दांव पर लगी हुई है.

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इसलिए महत्वपूर्ण है ये सीट
सीसामऊ सीट इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि इस सीट के जिम्मेदारी स्वयं मुख्यमंत्री योगी के कंधों पर है. वे खुद इस सीट पर मेहनत कर रहे हैं. नतीजन वे कई बार यहां प्रचार के लिए पहुंच चुके हैं. वे लगातार इस विधानसभा क्षेत्र सक्रीय रहे हैं. बीजेपी इस सीट को किसी भी तरह अपने पाले में करना चाहती है. दूसरी तरफ सपा भी अपनी सीट को बचाए रखने का पूरा प्रयास कर रही है.

वोट बैंक
वोट बैंक की बात करें तो सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में कुल 2 लाख 71 हजार 41 मतदाता हैं. वहीं 1.10 लाख मुस्लिम मतदाता हैं. ब्राह्मण और दलित वोटरों की संख्या 60-60 हजार है. इसके अलावा 41 हजार मतदाताओं में वैश्य, सिख और अन्य शामिल हैं.

2012 से विधायक हैं इरफान
बता दें कि सीसामऊ सीट आरक्षित हुआ करती थी. 2008 के परिसीमन में कानपुर नगर जिले की ये सीट सामान्य हुई. 2012 में इस सीट पर पहली बार विधानसभा चुनाव हुए. इस सीट में ज्यादातर भाजपा और सपा के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिला है. 2012 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट पर हाजी इरफान सोलंकी विधायक निर्वाचित हुए.इसके बाद 2017 में भी पार्टी ने उन्हीं पर दांव खेला और जीते भी. हालांकि इस बार पार्टी ने इरफान के जेल में होने की वजह से उनकी पत्नी को मैदान में उतारा है.