दिल्ली. सरकार ने शुक्रवार को संसद में पेश वित्त वर्ष 2019-20 के अंतरिम बजट में 2022 तक अंतरिक्ष में भारतीय यात्री को भेजने की परिकल्पना को शामिल किया है। वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने वित्त वर्ष 2019-20 के अंतरिम बजट को लोकसभा में पेश करते हुए इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि अगले दशक के लिए हमारे दृष्टिकोण के दस में से सातवें पहलू का उद्देश्य अनंत आकाश है।
उन्होंने कहा कि हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रम गगनयान के साथ भारत उपग्रह प्रक्षेपण का एक प्रमुख केंद्र बन गया है और 2022 तक अंतरिक्ष में भारतीय अंतरिक्ष यात्री को भेजने की हमारी योजना हमारे इस दृष्टिकोण को रेखांकित करती है।
अंतरिम बजट में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के लिए 7483 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है, जबकि वित्त वर्ष 2018-19 में इसका संशोधित अनुमान 6993 करोड़ रुपए था। इसी प्रकार अंतरिक्ष अनुप्रयोग के लिए अंतरिम बजट में 1885 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है जबकि वित्त वर्ष 2018-19 में इसका संशोधित अनुमान 1595 करोड़ रुपए था।
इनसेट सेटेलाइट प्रणालियों के लिए अंतरिम बजट में 884 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है जबकि वित्त वर्ष 2018-19 में इसका संशोधित अनुमान 1330 करोड़ रुपए था।