हमेशा राजनीतिक बदलावों का गढ़ माने जाने वाली बरनाला विधानसभा सीट इस बार फिर सरकार के हाथ से निकल गई है। कांग्रेस के उम्मीदवार कुलदीप सिंह काला ढिल्लों ने 28,226 वोट हासिल कर जीत दर्ज की। आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार हरिंदर सिंह धालीवाल को 26,079 वोट मिले, जबकि भाजपा के उम्मीदवार केवल सिंह ढिल्लों 17,937 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। चौथे स्थान पर रहे निर्दलीय उम्मीदवार गुरदीप सिंह बाठ, जिन्हें 16,893 वोट प्राप्त हुए।


AAP को बगावत पड़ी भारी


कांग्रेस की जीत में जहां पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत अहम रही, वहीं आम आदमी पार्टी में आंतरिक फूट का कांग्रेस को फायदा मिला। आम आदमी पार्टी, जो बाकी सीटों पर अच्छा प्रदर्शन कर रही थी, बरनाला जैसे मजबूत गढ़ में हार का सामना करना पड़ा।


पहली बार चुनाव लड़कर जीते ढिल्लों


कुलदीप सिंह काला ढिल्लों, जो बरनाला कांग्रेस के अध्यक्ष हैं, ने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा और शानदार प्रदर्शन किया। इससे पहले उनके दिवंगत भाई सीरा ढिल्लों ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। कुलदीप की इस जीत को उनकी राजनीतिक पारी की मजबूत शुरुआत माना जा रहा है।