Rajasthan By Election Result: राजस्थान विधानसभा की 7 सीटों पर हुए उपचुनाव के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। बीजेपी ने खींवसर, झुंझुनू, सलूंबर, देवली-उनिया और रामगढ़ सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं, कांग्रेस को दौसा में और भारत आदिवासी पार्टी (BAP) को चौरासी सीट पर विजय मिली। इस नतीजे से यह स्पष्ट हो गया है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने अपने नेतृत्व में लिटमस टेस्ट पास कर लिया है, जबकि कांग्रेस का 7 सीटों पर जीत का दावा नाकाम साबित हुआ है।
राजस्थान उपचुनाव की 7 सीटों के नतीजों पर ताजा अपडेट
उपचुनाव सीट | बीजेपी प्रत्याशी | कांग्रेस प्रत्याशी | अन्य | जीत का अंतर | जीत |
1- दौसा | जगमोहन मीणा | दीन दयाल बैरवा | 10 प्रत्याशी | 2300 वोट | कांग्रेस |
2- खींवसर | रेवंत राम डांगा | डॉ. रतन चौधरी | कनिका बेनीवाल (आरएलपी) | 13901 वोट | बीजेपी |
3- झुंझुनूं | राजेंद्र भांबू | अमित ओला | राजेंद्र सिंह गुढा (निर्दलीय) | 42848 वोट | बीजेपी |
4- चौरासी | कारीलाल ननोमा | महेश रोत | अनिल कुमार कटारा (बाप) | 24370 वोट | बाप |
5- देवली उनियारा | राजेंद्र गुर्जर | कस्तूर चंद मीणा | नरेश कुमार मीणा (निर्दलीय) | 41121 वोट | बीजेपी |
6- सलूंबर | शांता अमृत लाल मीणा | रेशमा मीणा | जितेश कुमार कटारा (बाप) | 1285 वोट | बाप |
7- रामगढ़ | सुखवंत सिंह | आर्यन जुबैर | 8 प्रत्याशी | 13636 वोट | बीजेपी |
RLP को हुआ सबसे बड़ा नुकसान
भारत आदिवासी पार्टी को इस उपचुनाव में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है, क्योंकि चौरासी सीट पर बीएपी का कब्जा पहले भी था और अब भी कायम है। हालांकि, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के लिए यह उपचुनाव नुकसानदायक साबित हुआ है, क्योंकि खींवसर सीट हारने के बाद राजस्थान विधानसभा में उनका कोई विधायक नहीं बचा। हनुमान बेनीवाल ने पहले ही इसका अनुमान लगाया था और परिणाम चाहे जैसे भी आए, उन्होंने अपने संघर्ष को जारी रखने का संकल्प लिया। उनका कहना था कि वे राजस्थान के लिए एक लड़ाके की तरह संघर्ष करते रहेंगे और कभी भी कटोरा लेकर भीख नहीं मांगेंगे।
दौसा में कांग्रेस की जीत, ‘पायलट मैजिक’ पर भारी पड़ा ‘बाबा का जादू’
दूसरी ओर, दौसा में कांग्रेस ने लगातार दूसरी बार बीजेपी के किरोड़ी लाल मीणा को हराया। इस बार मीणा ने अपने भाई जगमोहन मीणा को जिताने के लिए जनता से वोट की भीख भी मांगी, लेकिन कांग्रेस के ‘पायलट मैजिक’ के आगे उनका ‘बाबा का जादू’ कमजोर पड़ गया। कांग्रेस के डीसी बैरवा ने मीणा के भाई को हराकर इस सीट पर जीत दर्ज की। हार के बाद जगमोहन मीणा की एक तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, जिसमें वे डीसी बैरवा को गले लगाते हुए मुस्कुराते हुए नजर आ रहे हैं और वीडियो में यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं, “जब अपने हो जाएं बेवफा तो क्या कीजिएगा।”
पढ़ें ये खबरें
- छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ CBI की बड़ी कार्रवाई: डाक विभाग के दो अधिकारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार
- मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर ने किया सुसाइड: ट्रेन के सामने कूदकर दी जान, ट्रैक पर मिला शव
- धांधली से चुनाव जीतने वाले भाजपाई… प. बंगाल उपचुनाव के नतीजे आते ही गरजे अखिलेश, भाजपा पर बोला तीखा हमला
- मधेपुरा में मासूम की गला रेतकर हत्या, घर में घुसे 4 अपराधियों ने दिया घटना को अंजाम, जांच में जुटी पुलिस
- प्रेमी के प्यार में पागल हुई महिला, पति के डर से उठाया खौफनाक कदम, सुनकर कांप जाएगी रूह