लखनऊ । राजधानी लखनऊ के युवा खिलाड़ी मोहम्मद आरिफ ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी काबिलियत साबित करते हुए छठे विश्वकप कैरम टूर्नामेंट (यूएसए) में सिल्वर मेडल हासिल कर देश और उत्तर प्रदेश की शान बढ़ाई। भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए आरिफ ने दूसरे स्थान पर कब्जा जमाया, जिससे न केवल लखनऊ बल्कि पूरे भारत में खुशी की लहर दौड़ गई। आरिफ पहले भी आल इंडिया फेडरेशन कप कैरम टूर्नामेंट के विजेता रह चुके हैं। उनकी इस जीत ने उत्तर प्रदेश कैरम जगत में एक और अनोखी उपलब्धि जोड़ी। उत्तर प्रदेश के लिए गर्व का यह क्षण और भी खास इसलिए है क्योंकि इससे पहले प्रयागराज के अब्दुल रहमान ने पांचवें विश्वकप में दूसरा स्थान हासिल किया था।

यह भी पढ़े : फतेहपुर सीकरी में हादसा : सीढ़ियों से गिरी विदेशी महिला पर्यटक, पैर और सिर पर लगी चोट

गरीबी से शुरू हुआ सफर बना प्रेरणा

मोहम्मद आरिफ लखनऊ के निवासी हैं और बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता खालिद बाजारों में फेरी लगाकर अपना गुजारा करते हैं। बावजूद इसके, आरिफ ने 2009 में कैरम खेलना शुरू किया और अपने संघर्ष, मेहनत और जुनून से खुद को दुनिया के बेहतरीन खिलाड़ियों में शामिल कर लिया।आरिफ के पिता ने कहा, “मुझे अपने बेटे पर फख्र है। उसने न केवल हमारे परिवार बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है।”

यह भी पढ़े : आगरा पहुंचे यूसुफ पठान, पत्नी और बेटों संग देखा ताजमहल, बोले – जितनी बार देखो मन नहीं भरता

सपने को पूरा करने में मिली मदद

आरिफ के दोस्तों और न्यू लखनऊ कैरम एसोसिएशन ने उनकी हरसंभव मदद की। एसोसिएशन के सदस्यों ने आरिफ को खेल के दौरान आर्थिक सहयोग प्रदान किया ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो। यह टीमवर्क और समर्पण ही था जिसने आरिफ को इस मुकाम तक पहुंचाया।

यह भी पढ़े : धांधली से चुनाव जीतने वाले भाजपाई… प. बंगाल उपचुनाव के नतीजे आते ही गरजे अखिलेश, भाजपा पर बोला तीखा हमला

सम्मान समारोह में दी गई बधाई

न्यू लखनऊ कैरम एसोसिएशन ने आरिफ की इस अद्वितीय उपलब्धि का जश्न मनाते हुए एक सम्मान समारोह आयोजित किया। एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज पाठक, उपाध्यक्ष सगीर हसन, पार्षद रेहान अहमद, मोहम्मद आमिर(शेरा), शाहरुख अज़ीज़ और मोहम्मद हंज़ला व अन्य सदस्यों ने आरिफ को फूल-मालाओं से सम्मानित किया। उन्होंने कहा, “आरिफ की यह जीत हम सबके लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने इंटरनेशनल स्तर पर भारत का नाम ऊंचा किया है। आरिफ की सफलता यह दर्शाती है कि अगर दृढ़ संकल्प और मेहनत हो, तो कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है। उनकी कहानी देश के उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो किसी भी बाधा को पार कर अपने लक्ष्य को पाना चाहते हैं।