Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा की 7 सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं। इनमें से 5 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की है, जबकि कांग्रेस और भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) को एक-एक सीट मिली है। इन परिणामों से भाजपा में जश्न का माहौल है, जबकि कांग्रेस खेमे में सन्नाटा छाया हुआ है।

आरएलपी को बड़ा झटका

उपचुनाव में हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) को करारा झटका लगा है। नागौर जिले की खींवसर सीट पर बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल को हार का सामना करना पड़ा। यह हार आरएलपी के लिए बड़ा झटका है क्योंकि खींवसर को पार्टी का गढ़ माना जाता था।

रेवंतराम डांगा ने दर्ज की जीत

खींवसर सीट पर भाजपा उम्मीदवार रेवंतराम डांगा ने 13,901 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। डांगा को 1,08,628 वोट मिले, जबकि आरएलपी उम्मीदवार कनिका बेनीवाल 94,727 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। कांग्रेस की रतन चौधरी महज 5,454 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं।

यह सीट हनुमान बेनीवाल के सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई थी। आरएलपी ने इस बार बेनीवाल की पत्नी को मैदान में उतारा, लेकिन पार्टी अपने गढ़ में जीत दर्ज नहीं कर सकी।

बेनीवाल ने कांग्रेस-भाजपा पर साधा निशाना

पत्नी की हार पर हनुमान बेनीवाल ने प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा:

लोकतंत्र में जनता का जनादेश सर्वोपरि है। चुनाव में हार-जीत दो पहलू हैं। 2008 से खींवसर की जनता का आशीर्वाद हमें मिलता रहा है। इस बार भाजपा सरकार और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव हमारे खिलाफ लड़ा। हालांकि हम जनादेश में पिछड़ गए, लेकिन सरकारी मशीनरी और तंत्र का हमारे खिलाफ जमकर दुरुपयोग हुआ। इसके बावजूद आरएलपी ने पिछले चुनाव से 15,000 वोट अधिक हासिल किए। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी जनहित के मुद्दों पर सदैव संघर्ष करती रहेगी। खींवसर विधानसभा के उन सभी मतदाताओं का धन्यवाद, जो मजबूती से हमारे साथ खड़े रहे।”

भाजपा को बढ़त, कांग्रेस को झटका

इन उपचुनावों में भाजपा का प्रदर्शन मजबूत रहा, जिससे राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी का मनोबल बढ़ा है। वहीं, कांग्रेस की एकमात्र जीत और प्रमुख सीटों पर खराब प्रदर्शन ने पार्टी के लिए चिंताएं बढ़ा दी हैं।

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