विक्रम मिश्र, लखनऊ. प्रयागराज के संगम पर लगने वाले सबसे बड़े सांस्कृतिक समागम महाकुंभ की गूंज मॉरीशस की राजधानी पोर्ट लुइस तक है. पोर्ट लुइस में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जगदीश पंच दशानन जूना अखाड़े में सन्यास धारण करने जा रहे हैं. महाकुंभ में मोहमाया का परित्याग कर अपनी पत्नी से विरक्ति की गंगा में डुबकी लगाएंगे.

महाकुंभ की अपार लीला की विदेशों में भी धूम
महाकुंभ से पहले इसका गौरव विदेशों में भी रह रहे लोगों को लुभा रहा है. इस बार का कुंभ दिग्गजों के सन्यास ग्रहण करने का साक्षी भी बनेगा. जिसमें की जूना अखाड़े में दुनिया के दिग्गज सन्यास ग्रहण करते नज़र आएंगे. जिसके लिए जूना अखाड़े के माईबडा में तैयारियां भी शुरू हो चुकी है.

पर्चियां कट रही और गुरुओं के नाम भी तय हो रहे
जूना अखाड़े में पर्चियां कटवाई जा रही हैं, जबकि गुरू के नाम भी तय किए जा रहे हैं. अखाड़े के धर्मध्वजा के नीचे पूर्व जज जगदीश को सन्यासी बनाने के लिए पांच संस्कार पूर्ण किए जाएंगे.

नेपाल से आएंगे न्यायधीश के लिए गुरु
जूना अखाड़े की नेपाल की महमनलेश्वर स्वामी हेमानंद गिरी मॉरीशस के पूर्व न्यायाधीश को पत्नी सहित सन्यास दिलवाएंगी. जिसके लिए दीक्षा कार्यक्रम जनवरी में शुरू हो जाएगा. मिली जानकारी के अनुसार मॉरीशस के पूर्व न्यायधीश लंबे समय से सन्यासी जीवन व्यतीत कर रहे हैं, जिसके बाद धर्मध्वजा की स्थापना के बाद उनको दीक्षित कर सन्यास दिलाया जाएगा.